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गोली चल जाती तो क्या होता...?


रानीपुर थाना क्षेत्र में रात्रि के लगभग 9 बजे एक मकान के उद्घाटन के दौरान एक रसूलदार व्यक्ति ने रात्रि को भोजन के दौरान गोली चलाने की कोशिश की।

रिपोर्ट  - à¤†à¤² न्यूज भारत

आज फिर रानीपुर थाना क्षेत्र में रात्रि के लगभग 9 बजे एक मकान के उद्घाटन के दौरान एक रसूलदार व्यक्ति ने रात्रि को भोजन के दौरान गोली चलाने की कोशिश की रानीपुर थाना क्षेत्र गैस प्लांट के निकट, रिपोर्टिंग पुलिस चौकी रानीपुर के अंतर्गत जब एक कोठी के उद्घाटन के दौरान रात्रि को भोजन पर सभी मेहमानों को बुलाया गया आए हुए मेहमान फिल्मी गानों पर झूमने लगे तभी एक स्कॉर्पियो में आए रसूलदार व्यक्ति ने बार-बार रिवाल्वर निकालकर चलाने की कोशिश की लेकिन उस व्यक्ति को रिवाल्वर चलाना नहीं आता था कई बार उसने निकाल कर चलाना चाहा लेकिन वह रिवाल्वर चल न सकी आसपास उस व्यक्ति के मित्र दोस्त झूम रहे थे लेकिन जैसे ही वह व्यक्ति रिवाल्वर निकालता तो वह लोग डर जाते कहीं धोखे से गोली चल न जाए अगर चल जाती तो शायद कुछ भी हो सकता था किसी की जान भी जा सकती थी और कई लोग घायल भी हो सकते थे । कुछ दिन पूर्व कनखल और रानीपुर के सेक्टर 4 मैं भी बरात में नाचते हुए गोली चलाई गई थी जिसकी खबर मैंने लगाई थी 1913 में भी रानीपुर थाना क्षेत्र में बरात के दौरान इसी तरह गोली चल गई थी जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई थी लेकिन पुलिस आज तक खबर छपने के बावजूद भी नींद से जाग नहीं पाई है ऐसे अनाड़ी लोगों को या रसूलदार लोगों को लाइसेंस कैसे उपलब्ध करा देती है जिन लोगों को रिवाल्वर चलानी ही नहीं आती जबकि यह कानूनन बिल्कुल गलत है उसके बावजूद भी ऐसे लोगों को बड़ी आसानी से गन का लाइसेंस उपलब्ध हो जाता है?जबकि गन का लाइसेंस उन्हीं लोगों को उपलब्ध होता है जिन्हें जान का खतरा हो। ऐसे शादी या पार्टी में यह रसूलदार लोग अपनी धाक जमाने के लिए रिवाल्वर निकालकर गोलियां चलाते हैं और ऐसे में कई निर्दोष लोगों की जान पर बन आती है हाल ही उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर शादी समारोह के दौरान चली गोली में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. पहली घटना शामली जिले की है. जहां शादी के जश्न में हुई फायरिंग के दौरान एक 20 वर्षीय युवक की मौत हो गई. जबकि दूसरा मामला मुरादाबाद जिले के मूंढा पांडे इलाके की है. यहां फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई और चार अन्य ज़ख्मी हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया ऐसे में अन सीखिए लाइसेंस धारी लोगों को न तो पुलिस द्वारा कोई ट्रेनिंग दी जाती है नहीं इन्हें कानून की कोई जानकारी दी जाती है । जिसकी वजह से निर्दोष लोगों की जान चली जाती है। हरिद्वार में बार-बार हो रही घटनाओं को लेकर खबरें छपने के बावजूद भी पुलिस आज तक सक्रिय नहीं हो पा रही है की ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्यवाही की जाए पुलिस को बस इंतजार है तो केवल किसी घटना का।

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