श्री केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को किसी भी सुविधा एवं व्यवस्था के लिए कोई परेशानी एवं कठिनाई न हो इसके लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में सभी अधिकारी एवं कर्मचारी निरंतर व्यवस्थाओं को दुरस्त करने में लगे हैं।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
रुद्रप्रयाग 26 अप्रैल, 2023 श्री केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को किसी भी सुविधा एवं व्यवस्था के लिए कोई परेशानी एवं कठिनाई न हो इसके लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में सभी अधिकारी एवं कर्मचारी निरंतर व्यवस्थाओं को दुरस्त करने में लगे हैं। केदारनाथ धाम में पल-पल मौसम खराब होने व वर्फबारी होने से केदारनाथ धाम में बिजली, पानी, शौचालय आदि व्यवस्थाओं को विषम कठिन परिस्थितियों में कार्मिकों द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है तथा आवश्यक सुविधाओं को तत्काल ठीक किया जा रहा है ताकि आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी एवं असुविधा न हो। विद्युत विभाग, जल संस्थान एवं सुलभ इंटरनेशनल के कार्मिकों द्वारा विषम कठिन परिस्थितियों में कार्य करते हुए व्यवस्थाओं को दुरस्त कर रहे हैं। अधिशासी अभियंता विद्युत मनोज कुमार ने अवगत कराया है कि केदारनाथ धाम में पल-पल मौसम खराब होने से बारिश व वर्फबारी के कारण विद्युत लाईनें एवं विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं जिन्हें दुरस्त करने में लगे कर्मचारियों द्वारा तत्परता से विद्युत लाईनों एवं क्षतिग्रस्त पोलों को दुरस्त किया जा रहा है जिससे कि केदारनाथ धाम में विद्युत व्यवस्था निरंतर चालू रह सके। अधिशासी अभियंता जल संस्थान अनीश पिल्लई ने अवगत कराया है कि केदारनाथ धाम में जो भी पेयजल लाइनें वर्फबारी के कारण क्षतिग्रस्त हो रही हैं उन्हें कर्मचारियों द्वारा तत्परता से दुरस्त करते हुए पानी की व्यवस्था सुचारू की जा रही है। सुलभ इंटरनेशनल के इंचार्ज धनंजय पाठक द्वारा अवगत कराया है कि केदारनाथ धाम एवं यात्रा मार्ग में बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था के लिए लगे पर्यावरण मित्रों द्वारा साफ-सफाई व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में वर्फबारी के बावजूद भी पर्यावरण मित्र कठिन परिस्थितियों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं तथा सुलभ शौचालयों की निरंतर साफ-सफाई व्यवस्था की जा रही है।