बैठक में नोडल ऑफिसर कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) प्रशान्त शुक्ला एवं अरूण सैनी द्वारा वर्चुअल माध्यम से अवगत कराया गया कि भ्रष्टाचार विरोधी कार्य समूह (एसीडब्ल्यूजी) के लिए नोडल विभाग है और एसीडब्ल्यूजी की दूसरी बैठक 25 मई से 27 मई, 2023 तक नरेन्द्रनगर-ऋषिकेश, उत्तराखंड में आयोजित की जानी है। कहा कि किसी भी राज्य में जी-20 बैठकों की मेजबानी दुनिया को राज्य के विकास, बुनियादी ढांचे, संस्कृति और विरासत के स्तर को दिखाने का एक अवसर होता है।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
टिहरी/दिनांक 29 अपै्रल, 2023 दिनांक 24 मई से 28 मई, 2023 तक नरेन्द्रनगर-ऋषिकेश में जी-20 सम्मेलन से संबंधित कार्यक्रम को लेकर आज जिला सभागार नई टिहरी में लायजनिंग अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में नोडल ऑफिसर कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) प्रशान्त शुक्ला एवं अरूण सैनी द्वारा वर्चुअल माध्यम से अवगत कराया गया कि भ्रष्टाचार विरोधी कार्य समूह (एसीडब्ल्यूजी) के लिए नोडल विभाग है और एसीडब्ल्यूजी की दूसरी बैठक 25 मई से 27 मई, 2023 तक नरेन्द्रनगर-ऋषिकेश, उत्तराखंड में आयोजित की जानी है। कहा कि किसी भी राज्य में जी-20 बैठकों की मेजबानी दुनिया को राज्य के विकास, बुनियादी ढांचे, संस्कृति और विरासत के स्तर को दिखाने का एक अवसर होता है। जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने कहा कि 24 मई से 28 मई, 2023 तक जौलीग्रंाट, परमार्थ निकेतन, वैस्टिन, ओंणी गांव में आयोजित कार्यक्रम के मध्येनजर सभी अधिकारी अपने-अपने कार्य दायित्व को निष्ठापूर्वक सम्पादित करना सुनिश्चित करंे। कहा कि सभी अधिकारी आयोजन स्थलों का विजिट करने के साथ ही वैस्टिन में तथा कोई भी संशय होे, उसका समाधान करा लें। संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जी-20 के दौरान वेशभूषा, हावभाव, कानून सुरक्षा व्यवस्था आदि का विशेष ध्यान रखा जाय। जिला विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी लायजन अधिकारियों का वाट्स गु्रप बना लें तथा सभी लायजन अधिकारियों को वैस्टिन का लेआउट एवं नोडल अधिकारियों की लिस्ट उपलब्ध करा दें। संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी विवरण आपको उपलब्ध करा दिया जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार ने कहा कि डेलीगेट्स हवाई जहाज से जोलीग्रंाट एयर पोर्ट पहुंचेगे। परमार्थ निकेतन में गंगा आरती, वैस्टिन में कांफ्रेंस तथा ओंणी में भ्रमण कार्यक्रम होगा। उनके द्वारा जी-20 को लेकर अधिकारियों की शंकाओं का निदान किया गया। कहा कि जी-20 के दौरान कोई भी शंका हो, वाट्सएफ के माध्यम से अपने उच्चाधिकारी को अवगत करा सकते हैं।