भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने जारी बयान मे कहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व मे हो रहे विकास कार्यों को हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदेश बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। वह लगातार बयान बाजी कर अपने अपरिपक्व होने का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।
रिपोर्ट - ALL NEWS BHARAT
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विकास भगत ने जारी बयान मे कहा है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व मे हो रहे विकास कार्यों को हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदेश बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। वह लगातार बयान बाजी कर अपने अपरिपक्व होने का उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। विकास भगत ने कहा कि सुमित हृदेश का कार्य सिर्फ धामी सरकार की आलोचना करना और नगर निगम के कार्यों में दखलअंदाजी करना मात्र रह गया है। भाजपा प्रवक्ता विकास भगत ने कहा कि कांग्रेस विधायक खुद की व्यवसाय के लिए सरकारी संपत्ति पर कब्ज़ा कर इस्तेमाल करते रहे हैं और वर्षों से सरकारी संपत्ति को दबा कर बैठे हैं। मेरा उन से निवेदन है कि जिस नहर के ऊपर उन्होंने अपने होटल की संपत्ति को बनाया है, शहर के आदर्श विधायक होने का उदाहरण प्रस्तुत कर उसे मुक्त करे। विकास ने दावा करते हुए कहा कि सूचना का अधिकार यह बताता है कि 1 वर्ष में हल्द्वानी विधायक सुमित हृदेश ने मात्र 1.72 किलोमीटर सड़कों के निर्माण के प्रस्ताव सरकार को भेजे हैं। विकास ने कहा कि जो विधायक अपनी विधानसभा के सड़कों के प्रस्ताव निर्माण कराकर सरकार को भेज तक नहीं पा रहे है वह क्या क्षेत्र का विकास करेंगे ? अवैध खनन पर सुमित के आरोपों को ख़ारिज करते हुए विकास भगत ने कहा कि अगर कोई चोरी से खनन कर रहा है तो उस पर प्रशासन अपनी कार्रवाई कर रहा है। उसको राजनीतिक विद्वेष भावना सत्ता पक्ष के साथ जोड़ना बिल्कुल उचित नहीं है।अगर क़ोई व्यक्ति उसमे लिप्त उनको लगता है तो उसके नाम उनको सार्वजनिक करने चाहिए। विकास भगत ने कहा कि पूर्व मे कांग्रेस की सरकार में जनता ने कांग्रेस के अवैध खनन और सरकारी ठेकों में बंदरबांट के कार्यों को बहुत अच्छे से देखा है इसी वजह से जनता ने कांग्रेस का प्रदेश में सूपड़ा साफ किया है। भाजपा प्रवक्ता विकास भगत ने कहा कि कुछ दिन पूर्व कालाढूंगी विधानसभा में भी सुमित हल्द्वानी विधानसभा समझ कार्य में व्यवधान करने पहुंच गए थे। श्री सुमित हृदेश जी को हल्द्वानी विधानसभा की सीमाओं की ही जानकारी नहीं है ना ही उन्होंने नहर कवरिंग कार्य के शासनादेश का अध्ययन किया।