एकदिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे उत्तराखंड राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पं. राजेंद्र प्रसाद अंथवाल ने विकास भवन सभागार में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की तथा जनपद में निराश्रित गौ-पशुओं के लिए बनाए जा रहे|
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
रुद्रप्रयाग में निराश्रित पशुओं के संरक्षण के लिए गोसदन बनाने के दिए गए हैं निर्देश। एकदिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे उत्तराखंड राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पं. राजेंद्र प्रसाद अंथवाल ने विकास भवन सभागार में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की तथा जनपद में निराश्रित गौ-पशुओं के लिए बनाए जा रहे गोसदन एवं की जा रही व्यवस्थाओं के संबंध में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली। बैठक में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गौ-सेवा ही भगवान की सेवा है। वह व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली है जिसे गो सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म में गाय की सेवा से मोक्ष प्राप्त होता है इसलिए सभी को संपूर्ण सेवा भाव से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए निराश्रित गौ की सेवा करनी चाहिए। उन्होंने पशुपालन विभाग, नगर पालिका व नगर पंचायत के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपद में निराश्रित गौ एवं निराश्रित पशुओं के संरक्षण के लिए गौ सदन बनाए जाने हेतु स्थान चिन्हित करने के लिए सर्वे कराने के निर्देश दिए तथा जनपद के सभी स्थानों में निराश्रित पशुओं को चिन्हित करते हुए उनके लिए छह माह के भीतर सभी आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी निराश्रित गाय यदि घायल हो जाती है तो उसके लिए उचित चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जाए। इसके लिए पशु एंबुलेंस की भी व्यवस्था कराई जाए। उन्होंने कहा कि जो भी निराश्रित गाय का निधन होता है तो उचित ढंग से उसे दफनाने की कार्यवाही की जाए तथा इसकी वीडियो व फोटोग्राफी कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने गौ सेवा से जुड़े सभी प्रतिनिधियों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में निराश्रित पशुओं पर विशेष निगरानी रखने की अपील की है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि यदि किसी व्यक्ति द्वारा किसी पशु के साथ किसी भी तरह की पशु क्रूरता की जाती है तो उसके विरुद्ध पशु-क्रूरता अधिनियम के तहत आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।