शà¥à¤°à¥€ चेतन जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ आशà¥à¤°à¤® में शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा के शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठअवसर पर गंगा तट से आशà¥à¤°à¤® तक à¤à¤µà¥à¤¯ कलश यातà¥à¤°à¤¾ का आयोजन किया गया। जिसमें संत महापà¥à¤°à¥‚षों के साथ साथ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी के à¤à¤¾à¤ˆ पंकज मोदी à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤
रिपोर्ट -
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 22 अगसà¥à¤¤à¥¤ शà¥à¤°à¥€ चेतन जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ आशà¥à¤°à¤® में शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा के शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठअवसर पर गंगा तट से आशà¥à¤°à¤® तक à¤à¤µà¥à¤¯ कलश यातà¥à¤°à¤¾ का आयोजन किया गया। जिसमें संत महापà¥à¤°à¥‚षों के साथ साथ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी के à¤à¤¾à¤ˆ पंकज मोदी à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ कथा के शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठपर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को संबोधित करते हà¥à¤ चेतन जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ आशà¥à¤°à¤® के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषिशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤‚द महाराज ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में संत परंपरा का हमेशा महतà¥à¤µ रहा है। à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® की कथा और उनका नाम हमारे जीवन में दीपक की लौ, तेल और बाती की तरह है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® व शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा का पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• हिंदू के जीवन में विशेष महतà¥à¤µ है। शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा हमें à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के सà¥à¤µà¤°à¥‚प, चरितà¥à¤° और कृतà¥à¤¯ को जानने-सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ का अवसर पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है। इसे सà¥à¤¨à¤•à¤° हम अपने जीवन में उन गà¥à¤£à¥‹à¤‚ को आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ कर सकते हैं और अपने जीवन को à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® की तरह बना सकते हैं। शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा की महतà¥à¤¤à¤¾ बताते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषिशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤‚द महाराज ने कहा कि अंधेरे को à¤à¤—ाने के लिठहम दीपक जलाते हैं, दीपक जलाने से अंधेरा दूर होता है और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वसà¥à¤¤à¥ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ दिखाई देती है। पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ को बनाठरखने के लिठदीपक की लौ को बरकरार रखना पड़ता है और यह तà¤à¥€ संà¤à¤µ है जब दीपक की बाती और तेल उसमें लगातार बना रहे। इसी तरह जीवन के अंधेरे को दूर करने के लिठतथा जीवन में सà¥à¤–-शांति और वैà¤à¤µ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के लिठशà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® का नाम सिमरन करना चाहिà¤à¥¤ म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि गंगा तट पर शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा का शà¥à¤°à¤µà¤£ करने से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के उतà¥à¤¤à¤® चरितà¥à¤° का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ होता है। à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® à¤à¤•à¥à¤¤ के कण कण में विराजमान रहते हैं। शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा का शà¥à¤°à¤µà¤£ अवशà¥à¤¯ ही à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ करता है। शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा के शà¥à¤°à¤µà¤£ से परिवारों के समसà¥à¤¤ कषà¥à¤Ÿ दूर हो जाते हैं। कथा में शामिल हà¥à¤ पंकज मोदी ने कहा कि à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤•à¤µà¤¾à¤¦ की चकाचोंध से अलग होकर à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के नाम लेने से ही वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हो जाता है। धरà¥à¤®à¤¨à¤—री में संतों के सानिधà¥à¤¯ में की गयी शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा अवशà¥à¤¯ ही पà¥à¤£à¥à¤¯ लाठपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करती है। गंगा तट पर किठगठधारà¥à¤®à¤¿à¤• कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤•à¤²à¤¾à¤ª अवशà¥à¤¯ ही फलदायी होते हैं। कथा वà¥à¤¯à¤¾à¤¸ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा का शà¥à¤°à¤µà¤£ कराते हà¥à¤ कहा कि जिवà¥à¤¹à¤¾ से à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® का नाम लेने से ही जीवन à¤à¤µà¤¸à¤¾à¤—र से पार हो जाता है। शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ करने वाली है। कथा की सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ तà¤à¥€ है जब शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के गà¥à¤£à¥‹à¤‚ व जीवन चरितà¥à¤° को आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ कर उसका पालन किया जाà¤à¥¤ à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं के आदरà¥à¤¶ के रूप में जाने जाते हैं। उनके नाम का सिमरन अवशà¥à¤¯ ही à¤à¤•à¥à¤¤ को सà¥à¤–, शांति व समृदà¥à¤§à¤¿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है। परिवारों के कषà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ पानी है तो à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के नाम का सिमरन करते रहें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® के नाम का जाप करने से परिवारों में संपनà¥à¤¨à¤¤à¤¾ का वास होता है। कथा के यजमान चंदूà¤à¤¾à¤ˆ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ व जमना बेन ने शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा में पधारे सà¤à¥€ संत महापà¥à¤°à¥‚षों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त कर आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लिया और कहा कि शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा का शà¥à¤°à¤µà¤£ मातà¥à¤° ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ में सारà¥à¤¥à¤•à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है। मन का शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£ करना है तो राम नाम जाप करते रहें। परिवार à¤à¤• साथ à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® की कथा शà¥à¤°à¤µà¤£ अवशà¥à¤¯ करें। संतों के सानिधà¥à¤¯ में à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® कथा का लाठऔर अधिक पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ होता है। इस अवसर पर मनोज महंत, शिवम महंत, सतपाल बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषि रामकिशन, जयेश à¤à¤¾à¤ˆ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿, दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤ˆ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿, जंकित à¤à¤¾à¤ˆ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿, मगन à¤à¤¾à¤ˆ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿, गोविंद à¤à¤¾à¤ˆ पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿, सà¥à¤¨à¥€à¤¤à¤¾ बेन, मेघल बेन आदि सहित सैकड़ों शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।