नववर्ष की शुरुआत जनकवि डा अतुल शर्मा के जन्म दिन पर उत्तराखंड गौरव सम्मान प्रदान करने से हुई / उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी मंच द्वारा पहली जनवरी को डा अतुल शर्मा को उत्तराखंड राज्य आन्दोलन मे जन गीत लिखने और आन्दोलन मे शामिल करने के लिए यह सम्मान।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
देहरादून नववर्ष की शुरुआत जनकवि डा अतुल शर्मा के जन्म दिन पर उत्तराखंड गौरव सम्मान प्रदान करने से हुई / उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी मंच द्वारा पहली जनवरी को डा अतुल शर्मा को उत्तराखंड राज्य आन्दोलन मे जन गीत लिखने और आन्दोलन मे शामिल करने के लिए यह सम्मान उनके वृंदा एंक्लेव बंजारा वाला मे दिया गया / मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने शाल भेंट किया , विधायक विनोद चमोली ने स्मृति चिन्ह् प्रदान करके सम्मानित किया / इस अवसर पर जनकवि डा अतुल शर्मा ने लोगों की फरमाइश पर जन गीत प्रस्तुत किये,,, लड़के लेगे उत्तराखंड,, व जिन्दा लोगों मे ज़रा अपने को भी जोड़ दे" /दुनिया की हर चुप्पी को तू आवाज़ों से तोड़ दे,,/राज्य आन्दोलन कारी प्रदीप कुकरेती, रामलाल खंडूरी, मोहन खत्री राना ने इन जनगीतों को ऐतिहासिक धरोहर बताया,,, विधायक विनोद चमोली ने कहा कि डा अतुल शर्मा के जन गीत प्रभात फेरी मशाल जुलूसों मे निरंतर गाये गये / लोगो ने जेलों मे भी इनके जन गीत गाये,,,, इन जनगीतों ने आन्दोलन को बहुत गति दी है और सन्नाटा को तोड़ा है / इस अवसर पर डा अतुल शर्मा के जन्म दिन के अवसर पर एक कवि गोष्ठी भी आयोजित हुई, इसमे रंजना शर्मा ने अपना गीत सुनाया,,,, रोज़ की जिन्दगी से थका न करें और पतंगे सृजन की उड़ाया करे,,, "/ शादाब अली स्मृति नेगी रोहित कहानीकार रेखा शर्मा शैलेंद्र तिवारी मंजुला तिवारी, आदि बड़ी संख्या मे लोग उपस्थित रहे।