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हमारे अधिकारियों का रवैया अंग्रेजों से भी बदतर - यति रामस्वरूपानंद महाराज


महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज की उचित सुरक्षा के लिये यति सन्यासियों ने तय किया कि वो गाज़ियाबाद के सांसद और केंद्रीय मंत्री वी के सिंह के आवास पर आमरण अनशन करेंगे।

रिपोर्ट  - आल न्यूज़ भारत

अपने गुरु शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज की उचित सुरक्षा के लिये यति सन्यासियों ने तय किया कि वो गाज़ियाबाद के सांसद और केंद्रीय मंत्री वी के सिंह के आवास पर आमरण अनशन करेंगे। इसकी पूर्व सूचना प्रशासन को देने के लिए यति सन्यासी आज जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुँचे जहाँ जिलाधिकारी श्री आर के सिंह जी की अनुपस्थिति में ए डी एम गम्भीर सिंह ने यति सन्यासियो का ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया।प्रशासनिक अधिकारियों के इस रवैये से यति सन्यासियो में बहुत आक्रोश व्याप्त हो गया और सभी यति सन्यासी इसका विरोध करने के लिये जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। यति सन्यासियो का नेतृत्व कर रहे यति रामस्वरूपानंद जी महाराज का इस बारे में कहना है कि नागरिको के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अधिकार का सम्मान तो अंग्रेज की करते थे परंतु आज हमारे अपने हमे विरोध प्रदर्शन का अधिकार भी नही देना चाह्ते।यह वास्तव में बहुत निराशाजनक है।यह लोकतंत्र की हत्या के समान है। यति निर्भयानंद जी महाराज ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि एक सन्त के शासन में संतो के साथ हो रहा यह व्यवहार अस्वीकार्य है।आज हमारे गुरु जी महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज इस्लामिक जिहाद के अन्याय और अत्याचार के विरोध का प्रतीक बन चुके हैं।वो एक व्यक्ति नहीं अपितु एक विचारधारा बन चुके हैं।अगर इस्लामिक जिहादी उनकी हत्या करने में सफल हो गए तो फिर कोई भी हिन्दू सुरक्षित नहीं रहेगा।उसके बाद जो होगा,उसका सारा दोष वर्तमान सत्ता और जिद्दी अधिकारियों का होगा। प्रशासन के रवैये से हताश यति रणसिंहानन्द जी महाराज ने इस लड़ाई को पूर्ण करके एक हजार गावो की पदयात्रा करके उन गाँवो में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज का संदेश देने का संकल्प लिया ताकि एक एक बच्चा आज की परिस्थितियों में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के संदेश को समझ सके और उनकी पीड़ा को भी महसूस कर सकें।

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