Latest News

पर्यावरण को लेकर घर -घर जन-जन तक को जागरूक करेंगे: योगी रजनीश


हरिद्वार की इस मुहिम को घर-घर एवं जन-जन तक पहुंचा कर प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा आज हमारी अपनी गलतियों के कारण पर्यावरण दूषित हो रहा है, इसलिए हमें ही मिलकर पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने का प्रयास करना चाहिए।

रिपोर्ट  - 

हरिद्वार , ऊँ आरोग्यम योग मंदिर एवं नगर निगम, हरिद्वार के संयुक्त तत्वाधान में कचरा निस्तारण एवं जैविक खाद निर्माण पर चल रही तीन दिवसीय कार्यशाला का आज दूसरा दिन था, आज म्युनिसिपल इंटर कॉलेज ज्वालापुर के बच्चों और शिक्षकों को योगी रजनीश व पर्यावरण मित्र अर्चना शर्मा ने कचरा निस्तारण और जैविक खाद बनाने की विधि को समझाया और डेमो देकर उन्हें सिखाया कि कैसे हम अपने घर के कचरे को जैविक खाद के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं और घर के कचरे को प्रयोग में ला सकते हैं । योगी रजनीश ने नगर निगम की इस पहल को सराहते हुए कहा कि नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त आदि के द्वारा यह एक बेहतर शरुआत है जिससे हम अपने शहर को स्वच्छ रख सकेंगे। साथ ही उन्होने विद्यार्थियों और अध्यापकों को कचरा निस्तारण के बारे में बताते हुए कहा कि, दो तरह का कचरा हमारे घर में होता है एक गीला कचरा और दूसरा सूखा कचरा। वही अर्चना शर्मा ने डेमो देकर दिखाया कि दोनों तरह के कचरे को कैसे प्रयोग में ला सकते हैं और कैसे उसका निस्तारण कर सकते हैं । पर्यावरण मित्र अर्चना शर्मा के द्वारा विद्यार्थियों को गीले कचरे के निस्तारण की विधि समझाई गई जिसमें उन्होंने दिखाया कि कैसे गीले कचरे को एक मिट्टी के बर्तन में रखकर जैविक खाद बनाते हैं। उन्होंने बताया कि घडे़ में पहले नीचे की तरफ एक छोटा सा छेद करते हैं और उसमे सबसे पहले छोटे पत्थर डालते हैं जिससे कि गीला कचरा पूरी तरह से छेद को बंद ना कर पाए, उसके बाद उसमें सूखी घास, मिट्टी और कागज के टुकड़े डालते हैं फिर घर से निकलने वाले गीले कचरे जैसे कि सब्जी के छिलके, फल के छिलके, चाय की छनी पत्ती आदिं बचा हुआ गीला कचरा डालते हैं और फिर उसके ऊपर थोड़ी भी मिट्टी भी डालते हैं मिट्टी डालने से उसमें से जो बदबू आती है वह बाहर नहीं आ पाती और फिर उसमें दोबारा से कोई अखबार या पेपर डालते हैं इसी क्रम में जब दूसरे दिन कचरे को डालना होता है तो कचरा डालने के बाद थोड़ी सी मिट्टी डालने के बाद हम उसे पेपर से ढक देते हैं जिससे बदबू बाहर नहीं आती अर्चना शर्मा ने बताया कि ऐसा करने से हमें 15 से 20 दिन बाद अच्छी जैविक खाद प्राप्त हो जाती है जिसको हम अपने खेतों में या अपने घर के गमलों में प्रयोग कर सकते हैं। इसके साथ साथ योगी रजनीश के द्वारा बच्चों को बहुत सारी ज्ञानवर्धक बातें बताई गई तथा उन्होंने कहा कि ऊँ आरोग्यम योग मंदिर का यह उद्देश्य है कि नगर निगम, हरिद्वार की इस मुहिम को घर-घर एवं जन-जन तक पहुंचा कर प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा आज हमारी अपनी गलतियों के कारण पर्यावरण दूषित हो रहा है, इसलिए हमें ही मिलकर पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही साथ योगी रजनीश ने सभी बच्चों को अपने नाम के आगे पर्यावरण मित्र लगाने की भी सलाह दी, उन्होंने कहा कि सारे बच्चे पर्यावरण मित्र बनकर पर्यावरण की रक्षा करें और अपने घर के कचरे को खुद निस्तारित करें, और उसको प्रयोग में लाएं। इसके लिए उन्होंने बच्चों को बहुत सी विधियां बतायी जिन्हें वे आसानी से रोज अपने घरों में प्रयोग में ला सकते हैं। साथ ही संस्था ने सभी बच्चो को पर्यावरण शुद्व रखने के प्रति जागरुक करने के लिए कल स्कूल में एक चित्र कला एवं स्लोगंस प्रतियोगिता का आयोजन भी किया। जिसमें बच्चो को पर्यावरण विषय पर चित्र बनाने है। इस अवसर पर विद्यालय के हजारों छात्रों के अलावा शिक्षक गण प्रधानाचार्य जगदीश प्रसाद, अमित त्रिपाठी, सचिन तिवारी, सोनम के साथ-साथ तमाम गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे ।

Related Post