कन्या गुरुकुल के मनोविज्ञान विभाग द्वारा दिनॉक 06.09.2024 को छात्राओं के लिए “युवा वित्तीय निवेष” कार्यशाला का आयोजन किया गया।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
कन्या गुरुकुल के मनोविज्ञान विभाग द्वारा दिनॉक 06.09.2024 को छात्राओं के लिए “युवा वित्तीय निवेष” कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला मे मुख्य अतिथि के रूप मे गुरुकुल कागॅड़ी समविश्वविद्यालय की कुलपति प्रो॰ हेमलता के., प्रो॰ ब्रह्मदेव तथा प्रो॰ अरूण कुमार उपस्थित थे । कार्यशाला की शुरूआत करते हुये कुलपति प्रो॰ हेमलता के. ने बताया की घर की वित्तीय व्यवस्था महिलाओं के हाथ में होती है वित्तीय व्यवस्था को सुचारू व बुद्धिमत्ता पूर्वक चलाना महिलाओं की ही जिम्मेदारी होती है। इसके लिए छात्राओं को धन को सही तरीके से निवेश करने के वर्तमान योजनाओं के बारे में पता होना चाहिए । इसी श्रृंखला में प्रो॰ ब्रह्मदेव ने भी घर की सही वित्तीय व्यवस्था में महिलाओं के योगदान की बात की प्रो॰ अरुण कुमार ने छात्राओं को बताया कि आज का सही सीखा हुआ कल की उचित वित्तीय व्यवस्था में मदद करेगा। मुख्य अतिथि वक्ता डा॰ सुनील मदान ने कार्यशाला की शुरुआत वित्तीय नियोजन क्यों आवश्यक है कैसे करे, स्मार्ट लक्ष्य कैसे बनाये, छोटे, मध्यम व बड़े लक्ष्य क्या हो सकते है विषय पर प्रकाश डाला उन्होने कहा कि वित्तीय बचत में रूल 72 का हमेशा ध्यान रखना चाहिये। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष निवेश क्या है, जोखिम से कैसे बचे, सेबी एन.आई.एस.एम, बी.एस.ई की कार्य योजनाओं के बारे में बताया दुनिया का आठवां अजूबा चकृवृति ब्याज है, इस विषय पर छात्राओं का ज्ञानवर्धन किया। पोंजी योजना से कैसे बच सकते है आदि मुद्दो पर छात्राओं को विस्तृत रूप से बताया । डा॰ सुनील मदान ने सरकार द्वारा बालिकाओं व वृद्धों के लिये चलाये जा रही ज्यादा ब्याज दर देने वाली योजनाओं के बारे में बताया । पूरी कार्यशाला में छात्राओं द्वारा कई तरह के सवाल पूछे गये। डा॰ सुनील मदान ने सभी की जिज्ञासाओं को शांत किया कार्यशाला का संयोजन डा॰ सुनीता रानी तथा डा॰ ऋचा सक्सेना द्वारा किया गया तथा संचालन में विभाग से दीपा साहू, हरिराम, मणिका का विशेष सहयोग रहा।