Latest News

अमर वीर शहीद श्रीं ज्ञान प्रकाश बहुखंडी मार्ग की उपेक्षा


हरिद्वार, सन् 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए अमर शहीद की स्मृति में बनाया गया जलप्याऊ राज्य सरकार की हरिद्वार नगर पालिका तथा जिला प्रशासन के साथ साथ वोट बैंक की राजनीति करने वाले राजनेताओं की उपेक्षा अनदेखी लापरवाही और निज स्वार्थ पूर्ति हेतु अपेक्षापूर्ण राजनीति का शिकार हो रहा है साथ ही अपने अपने निज व्यस्त जीवन में ही लीन एक सम्माननीय महाराष्ट्रीयन गौड़ ब्राह्मण (बहुखंडी) वर्णीय वर्ग जो कई दशकों पहले फैली एक व्यापक महामारी के चलते निज परिवार आदि जीवन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विस्थापित हो जाने के उपरांत ही उत्तरी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में जो वर्तमान में उत्तराखण्ड राज्य बन चुका है,

रिपोर्ट  - 

सन् 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में शहीद हुए अमर शहीद की स्मृति में बनाया गया जलप्याऊ राज्य सरकार की हरिद्वार नगर पालिका तथा जिला प्रशासन के साथ साथ वोट बैंक की राजनीति करने वाले राजनेताओं की उपेक्षा अनदेखी लापरवाही और निज स्वार्थ पूर्ति हेतु अपेक्षापूर्ण राजनीति का शिकार हो रहा है साथ ही अपने अपने निज व्यस्त जीवन में ही लीन एक सम्माननीय महाराष्ट्रीयन गौड़ ब्राह्मण (बहुखंडी) वर्णीय वर्ग जो कई दशकों पहले फैली एक व्यापक महामारी के चलते निज परिवार आदि जीवन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विस्थापित हो जाने के उपरांत ही उत्तरी भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में जो वर्तमान में उत्तराखण्ड राज्य बन चुका है, के सम्मानित पूजनीय आदरणीय ब्राह्मण बहुखंडी नागरिक हैं इस सम्मानित ब्राह्मण वर्णीय परिवार के ही एक उच्च पदासीन सेन्य अधिकारी ने अपने प्राणों का बलिदान भारत राष्ट्र एवं मानवीय हितों के लिए दिया है । श्रीं ज्ञान प्रकाश बहुखंडी जी ग्राम गेंहूलाड डाकघर सैंधार, जनपद_पौड़ीगढ़वाल_उत्तराखण्ड_राज्य की स्मृति में एक समयकाल में हरिद्वार के उच्च सोच वाले सनातनी "बहुखंडी ब्राह्मण सभा" के धर्मात्माओं ने इस जलप्याऊ को जनमानस की जलसुविधा हेतु ध्यान में रखते हुए बनवाया है जो वर्तमान में हरिद्वार नगर निगमम, जिला प्रशासन तथा हरिद्वार तीर्थ नगर क्षेत्र के विधायक सांसद वार्ड पार्षद जो पूर्व एवं वर्तमान समय में चयनित रहें हैं और वर्तमान में हैं के साथ साथ वर्तमान में लापरवाह भूतपूर्व सैनिकों के हित में कार्यरत सैन्यकर्मी बोर्ड की अनदेखी उपेक्षा आदि के साथ साथ गंदगी एवं अतिक्रमण और दुर्दशा का शिकार है जो हमारे वीर शहीदों के प्रति सार्वजनिक दुर्व्यवहार उपेक्षा अनदेखी का उदाहरण मात्र बनकर रह गया है.....

ADVERTISEMENT

Related Post