à¤à¥‚-बैकà¥à¤ शà¥à¤°à¥€ बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ धाम का पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤® अब देश और विदेश के शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं को आॅनलाइन मिलना शà¥à¤°à¥‚ हो गया है। चमोली जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤® के विपणन के लिठकंपनी à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ से करार किया है।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
चमोली 31 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ,2020,à¤à¥‚-बैकà¥à¤ शà¥à¤°à¥€ बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ धाम का पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤® अब देश और विदेश के शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं को आॅनलाइन मिलना शà¥à¤°à¥‚ हो गया है। चमोली जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤® के विपणन के लिठकंपनी à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ से करार किया है। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥ अब घर बैठे à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ पर आॅनलाइन à¤à¤—वान बदरीनाथ का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मंगवा कर पà¥à¤£à¥à¤¯ अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ कर सकते है। पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ पर बदरीनाथ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बैग के नाम से उपलबà¥à¤§ है। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं को à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बैग में पवितà¥à¤° पौराणिक सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ नदी का जल, लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ के रूप में सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ बदरीश तà¥à¤²à¤¸à¥€, हरà¥à¤¬à¤² धूप, बदरी गाय का घी, हिमालयन डेमसà¥à¤• रोज वाटर पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ के रूप में à¤à¤• सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° डिजायन के बैग और बाॅकà¥à¤¸ में उपलबà¥à¤§ कराया गया है। वैदिक परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं à¤à¤µà¤‚ पौराणिक मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤ जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने कडी मेहनत से देश विदेश के शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं को सीधे à¤à¤—वान बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ धाम से पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ पहà¥à¥…चाने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ की है। इस पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ का अपने आप में बहà¥à¤¤ महतà¥à¤µ है। मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है कि बदरी तà¥à¤²à¤¸à¥€ जिसे सà¥à¤µà¤¯à¤‚ देवी लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ का à¤à¤• रूप माना जाता है और à¤à¤—वान बिषà¥à¤£à¥ को बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ जी मंदिर में उनकी दैनिक पूजा-आरती के दौरान अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किया जाता है। बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ में यह तà¥à¤²à¤¸à¥€ शामिल है। वही पवितà¥à¤° सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ नदी जो केवल बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ धाम में माणा गांव के निकट à¤à¥€à¤® पà¥à¤² के पास दिखती है और इसके बाद अलकनंदा नदी में विलीन हो जाती है इस नदी का पवितà¥à¤° जल है। बदà¥à¤°à¥€ सिकà¥à¤•à¤¾ जो शà¥à¤°à¥€ बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ जी का शिलालेख है शामिल है। इसके अतिरिकà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सामगà¥à¤°à¥€ के उपयोग से सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सहायता समूहों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ हरà¥à¤¬à¤² धूप और उचà¥à¤š हिमालयी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में उगाठगठडेमसà¥à¤• गà¥à¤²à¤¾à¤¬ के फूलों का शà¥à¤¦à¥à¤µ गà¥à¤²à¤¾à¤¬ जल को बदरीनाथ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बैग के साथ उपलबà¥à¤§ कराया गया है। बदरीनाथ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ को रंगीन सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° डिजायन के जूट से बने बैग और बाॅकà¥à¤¸ में बेहतरीन पैकिंग की गई है। जो à¤à¤®à¤¾à¤œà¥‹à¤¨ पर उपलबà¥à¤§ है। उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि जिला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ ने बीते वरà¥à¤· सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों को सà¥à¤µà¤°à¥‹à¤œà¤—ार से जोड़ने की मंशा से पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤® योजना शà¥à¤°à¥‚ की थी। इसमें सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सहायता समूहों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ चैलाई के लडà¥à¤¡à¥‚ और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ काशà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ तैयार गà¥à¤²à¤¾à¤¬ जल, हरà¥à¤¬à¤² धूप, बदरीश तà¥à¤²à¤¸à¥€, सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ नदी का जल सहित अनà¥à¤¯ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ के रूप में बदरीनाथ धाम में सà¥à¤Ÿà¤¾à¥…ल लगाकर बेचा जा रहा था। लेकिन कोरोना संकट के चलते इस वरà¥à¤· बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ धाम की तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¤¾ का संचालन पूरे जोर शोर से न होने के कारण जहाॅ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को बदरीनाथ का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ नही मिल पा रहा है वही सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सहायता समूहों और काशà¥à¤¤à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¥€ नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ उठाना पड रहा है। इसको देखते हà¥à¤ जिलाधिकारी सà¥à¤µà¤¾à¤¤à¤¿ à¤à¤¸ à¤à¤¦à¥Œà¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के अथक पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤® की आॅनलाइन बिकà¥à¤°à¥€ की योजना तैयार की गई। उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ के विपणन के लिठपà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤µ कंपनी à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ से करार किया गया। जिलाधिकारी सà¥à¤µà¤¾à¤¤à¤¿ à¤à¤¸ à¤à¤¦à¥Œà¤°à¤¿à¤¯à¤¾ ने कहा कि कोरोना संकट के चलते पिछले सालों की तरह इस बार बदरीनाथ धाम तक तीरà¥à¤¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤°à¥€ नही पहà¥à¤‚च पा रहे है। à¤à¤¸à¥‡ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं को घर बैठे पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मिल सके, इस मंशा से पंच बदरी पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤® को à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ तक पहà¥à¥…चाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया है। पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ किट à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ को उपलबà¥à¤§ करा दी गई है। देश विदेश के शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥ अब à¤à¤®à¤œà¥‹à¤¨ पर आॅनलाइन à¤à¤—वान का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मंगवा सकते है। कहा कि बदरीनाथ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बैग के माधà¥à¤¯à¤® से पांचों बदà¥à¤°à¥€ धामों के महतà¥à¤µ को à¤à¥€ समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ गया है, ताकि टूरिजà¥à¤® को बढावा मिल सके। इस योजना से जहाॅ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं को घर बैठे à¤à¤—वान बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥ का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ मिल सकेगा वही इससे जà¥à¥œà¥‡ जनपद के 18 सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सहायता समूहों की 89 से अधिक सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की आजीविका à¤à¥€ संवरेगी।