भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से सेना के बैंड के भक्तिमय धुनों तथा स्थानीय वाद्य यंत्रों के साथ समारोह पूर्वक आज दोपहर बाद शीतकाल गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंच गयी है।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
रुद्रप्रयाग 05 नवंबर, 2024, भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से सेना के बैंड के भक्तिमय धुनों तथा स्थानीय वाद्य यंत्रों के साथ समारोह पूर्वक आज दोपहर बाद शीतकाल गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंच गयी है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं द्वारा पंचमुखी डोली का भव्य स्वागत किया गया। आज के दिन हेतु ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ को भव्य रूप से फूलों से सजाया गया है। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा केदारनाथ जी की डोली के दर्शन किये। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी है तथा डोली यात्रा में शामिल सभी को धन्यवाद दिया है। कहा कि भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने के बाद श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजाएं शुरू है गयी है। बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने भी भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली के शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने पर शुभकामनाएं दी हैं। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डाॅ. हरीश गौड़ ने बताया कि बीते रविवार 03 नवंबर भैयादूज को श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद हुए थे।कल बीते सोमवार 04 नवंबर को भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली रामपुर से प्रस्थान कर शायं को श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी पहुंची। आज भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली ने श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से प्रातः 9 बजे श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान हुई। श्रद्धालुओं ने डोली का पूरे यात्रा मार्ग गुप्तकाशी बाजार, विद्यापीठ, कुंड, संसारी, ऊखीमठ मंदिर मार्ग पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया। श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचने पर बाबा केदारनाथ की डोली का भव्य स्वागत हुआ।