अल्मोड़ा, रामनगर यात्रियों से भरी बस गहरी खाई में गिरने से 36 लोगों की मृत्यु और 27 लोगों के घायल होने पर केजरीवाल विचार मंच के पदाधिकारीयों ने प्रेम नगर घाट पर दीपदान कर मृतक आत्माओं की शांति के लिए दीपदान कर श्रद्धांजलि अर्पित की और घायलों को उचित उपचार के साथ-साथ उचित मुआवजे की मांग की।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
अल्मोड़ा, रामनगर यात्रियों से भरी बस गहरी खाई में गिरने से 36 लोगों की मृत्यु और 27 लोगों के घायल होने पर केजरीवाल विचार मंच के पदाधिकारीयों ने प्रेम नगर घाट पर दीपदान कर मृतक आत्माओं की शांति के लिए दीपदान कर श्रद्धांजलि अर्पित की और घायलों को उचित उपचार के साथ-साथ उचित मुआवजे की मांग की। केजरीवाल विचार मंच की संरक्षक हेमा भंडारी ने कहा की रामनगर में हुई घटना हृदय विदारक है। सड़क हादसों में कहीं ना कहीं सड़कों की बेहतर हालत न होना , क्षमता से अधिक सवारी का बैठाना ,ऐसे कई कारण है जिसके चलते पहाड़ी क्षेत्रों में आए दिन हादसे होते रहते हैं। हम मृतक परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। ऐसी घटनाओं की पुनावर्ती ना हो इसके लिए सरकार को आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है। प्रदेश संगठन महासचिव अनिल सती ने कहा दीपावली के तुरंत बाद इस घटना ने उत्तराखंड वासियों को झकझोर कर रख दिया है। केजरीवाल विचार मंच पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है और मृतक आश्रितों को उचित मुआवजे और घायलों को उचित उपचार दिलाने की मांग करता है। साथ ही साथ दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करता है। उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों में आए दिन घटनाएं होती रहती है जिसका कारण संसाधनों की कमी के कारण क्षमता से अधिक सवारी बैठाना। उत्तराखंड रोडवेज द्वारा पुरानी बसों का संचालन है। ऐसे कब तक चलता रहेगा सड़क दुर्घटना होती रहेगी और लोग अपनी जान गंवाते रहेंगे। पहाड़ी क्षेत्रों में भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद भी दुरुस्त क्षेत्र में वाहनों की प्राप्त व्यवस्था न होने के चलते दुर्घटनाएं हो रही है। वरिष्ठ नेत्री एवं अधिवक्ता बालेश सिंह और प्रदेश अध्यक्ष क्षत्रिय समाज ठाकुर प्रवीण सिंह ने कहा केजरीवाल विचार मंच पहाड़ी क्षेत्रों में वाहनों की पर्याप्त व्यवस्था की मांग करता है। श्रद्धांजलि एवं दीपदान में, प्रदेश अध्यक्ष क्षत्रिय समाज ठाकुर प्रवीण सिंह, आशीष गॉड, अकरम कांच वाले,धीरज पीटर, मयंक गुप्ता, शाहीन अशरफ, किरण कुमार दुबे, पवन बर्मन मौजूद रहे।