प्रयागराज के टरकपुरा गांव की राखी, जो पहले पेठा फैक्टरी में काम करने वाले श्रमिक की बेटी हैं, महाकुंभ से पहले जूना अखाड़े से दीक्षा लेकर साध्वी बन गई हैं।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
प्रयागराज के टरकपुरा गांव की राखी, जो पहले पेठा फैक्टरी में काम करने वाले श्रमिक की बेटी हैं, महाकुंभ से पहले जूना अखाड़े से दीक्षा लेकर साध्वी बन गई हैं। राखी ने डौकी और कुंडौल में अपनी पढ़ाई की है और बचपन से पूजा-पाठ में रुचि रखती थीं। उनके परिवार में इस घटना को लेकर खुशी का माहौल है। उनके दादा, रोहतान सिंह धाकरे, ने बताया कि राखी का आध्यात्मिक रुझान स्कूल के दिनों से था और वह हमेशा पूजा-पाठ में लीन रहती थीं। राखी ने 20 दिसंबर को महाकुंभ में जूना अखाड़े से दीक्षा ली और अब साध्वी के रूप में अपना जीवन जीने की दिशा में कदम बढ़ाया है।