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शराब फैक्ट्री बंद करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को व्यापारियों ने दिया समर्थन


उत्तराखण्ड में शराब कारखाने लगाए जाने का विरोध कर रही देवभूमि सिविल सोसायटी ने आंदोलन के आठवें दिन देवपुरा चौक पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।

रिपोर्ट  - 

हरिद्वार, 9 सितम्बर। उत्तराखण्ड में शराब कारखाने लगाए जाने का विरोध कर रही देवभूमि सिविल सोसायटी ने आंदोलन के आठवें दिन देवपुरा चौक पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। इस दौरान कई साधु संत व सोसायटी के कार्यकर्ता शामिल रहे। पुतला दहन से पूर्व धरने को संबोधित करते हुए जेपी बड़ोनी व पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि धरने व आंदोलन को सप्ताह भर बीतने के बाद भी सरकार की नींद नहीं खुली है। रविवार को हरिद्वार आए मुख्यमंत्री ने भी आंदोलनकारियों से उनकी मांगों के संबंध में जानकारी तक नहीं ली। विनोद गिरी महाराज व बाबा हठयोगी ने कहा कि सरकार की नशे के कारोबार को संरक्षण देने की नीति को संत समाज कतई सहन नहीं करेगा। सरकार को शराब कारखाने लगाने की अपनी नीति को वापस लेना होगा। वरना कड़े विरोध का सामना करने को तैयार रहे। सामाजिक सेना के प्रमुख विनोद महाराज ने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार देने के बजाए नशे की गर्त में धकेलने की तैयारी कर रही है। जिसे सहन नहीं किया जाएगा। पिछले कई दिनों से सिविल सोसायटी द्वारा उत्तराखण्ड में शराब की फैक्ट्रिया लगाए जाने के विरोध में तथा बढ़ते नशे के खिलाफ देवपुरा पर दिए जा रहे अनिश्चितकालीन धरने को महानगर व्यापार मंडल के प्रतिनधिमण्डल द्वारा महानगर व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में पहंुचकर समर्थन दिया। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि शराब फैक्ट्रियो को उत्तराखंड जैसी धर्मनगरी जहां चारो धाम ओर मां गंगा का वास हो वहां लगाया जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। बढ़ते नशे की रोकथाम करने में पूर्व की ओर वर्तमान सरकारें फेल साबित हो रही हैं। युवाओं में बढ़ते नशे की तादात लगातार बढ़ती जा रही है जो चिंताजनक है। आजकल उत्तरखण्ड में युवा शराब के साथ साथ स्मैक के नए नशे में डूबते जा रहे हैं। छोटी छोटी उम्र के पढ़ने लिखने वाले युवा स्मैक के नशे के आदि होते जा रहे हैं। जो हरिद्वार ओर अन्य जिलों में बड़े पैमाने पर युवाओं को आसानी से मिल रहा है। जो कि चिंता का विषय है ओर सरकारें बढ़ते नशे को रोक पाने में असमर्थ साबित हो रही हैं। उल्टा नशे को बढ़ाने के लिए शराब की फैक्टरियां लगाकर उत्तराखण्ड का अपमान कर रही हैं। जिसे बर्दाश्त नही किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो महानगर व्यापार मंडल भी सड़कों पर उतरकर जनांदोलन चलाएगा। बढ़ता नशा बर्दाश्त नही किया जाएगा। सुमित तिवारी ने कहा कि उत्तराखण्ड मद्य निषेध किया जाना चाहिए। प्रदेश की जनता की भावनओं का सम्मान राज्य की सरकार को करना चाहिए। उत्तराखण्ड देवों की नगरी है। प्रदेश में शराब कारखाने किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। धरने को बाबा हठयोगी, विनोद गिरी महाराज, अधीर कौशिक, जेपी बडोनी ने भी सम्बोधित किया। धरने को समर्थन देने वाले महानगर व्यापार मंडल के प्रतिनधिमण्डल में शहर अध्यक्ष तेज प्रकाश साहू, जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र चैरसिया, जिला सचिव पंकज ममगाई,जिला उपाध्यक्ष तरुण व्यास, उपाध्यक्ष प्रीत कमल शर्मा, व्यापारी नेता राम नाम विश्व बैंक समिति अध्यक्ष सुमित तिवारी, ऋषिकुल अध्यक्ष दीपक पांडेय, जिला मंत्री पंकज माटा, शुभम नोटियाल, योगेश अरोड़ा, नरेंद्र दास, राजेश सुखीजा, एसएन तिवारी, राहुल चैहान, अजय वाधवा, प्रमोद पाल उपस्थित रहे।

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