Latest News

कोविड-19 ने बदल दिया शिक्षा का स्वरूप


परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कोविड-19 के दौरान शिक्षा के बदलते स्वरूप, सामाजिक असमानतायें और डिजिटल डिवाइस और उनकी उपलब्धता के विषय चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का महत्त्व काफी बढ़ गया है|

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

ऋषिकेश, 9 अक्टूबर। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कोविड-19 के दौरान शिक्षा के बदलते स्वरूप, सामाजिक असमानतायें और डिजिटल डिवाइस और उनकी उपलब्धता के विषय चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का महत्त्व काफी बढ़ गया है, किंतु इसे सुचारू रूप से लागू करने हेतु अभी बहुत सारी चुनौतियां भी है। आज परमार्थ निकेतन गुरूकुल के ऋषिकुमारों को कोरोना वायरस से खुद बचने और दूसरों को बचाने का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही इस कोरोना काल में जब विद्यार्थी अपनी विधिवत कक्षाओं से दूर हैं, वे विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं और पहले की तरह अपनी गतिविधियों को नहीं कर पा रहे हैं, इससे विद्यार्थियों की दिनचर्या में परिवर्तन के साथ ही, वे इस दौर में तनाव से भी गुजरे इसलिये उनके तनाव प्रबंधन, वेल्यू बेस्ड ऐजुकेशन, स्वच्छता प्रबंधन का प्रशिक्षण कुशल प्रशिक्षकों द्वारा दिया गया। कोरोना से बचाव के लिये परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों द्वारा चित्रकला, ड्रामा-नाटक, गीत-संगीत, स्लोगन और निबंध लेखन कर जनमानस जागरूक करने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

Related Post