उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में देश के महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ की जयंती मनाठजाने की शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के आदिकवि महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ की जयंती मनाई गई।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में देश के महापà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤‚ की जयंती मनाठजाने की शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला में संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के आदिकवि महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ की जयंती मनाई गई। महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ जयंती के अवसर पर आयोजित राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ ई संगोषà¥à¤ ी में विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने महरà¥à¤·à¤¿ के जीवन से जà¥à¥œà¥‡ सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤‚गों पर विचार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये। संगोषà¥à¤ ी के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ विकà¥à¤°à¤® विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पूरà¥à¤µ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विà¤à¤¾à¤—ाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° केदार नारायण जोशी ने कहा कि सामानà¥à¤¯ मानव की à¤à¤¾à¤·à¤¾ में किसी à¤à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤¥à¤® कविमहरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ ही थे,उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤—वान राम के चरितà¥à¤° को अतà¥à¤¯à¤‚त गहराई से देखा इसलिठबालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ को राम के समकालीन माना जा सकता है। à¤à¤—वान राम दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सीता के परितà¥à¤¯à¤¾à¤— की वेदना को महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ ने हृदय से महसूस किया। राम के इस निरà¥à¤£à¤¯ की कठोरता पर बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ ने दà¥à¤°à¤µà¤¿à¤¤ होकर à¤à¤°à¤¤ से अपनी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ कीं। पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° जोशी ने कहा कि à¤à¤—वान राम से सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤à¤¿à¤¤ जितनी à¤à¥€ रचनाà¤à¤‚ अब तक हà¥à¤ˆ हैं वह सà¤à¥€ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ रामायण से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ हैं। संगोषà¥à¤ ी की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ करते हà¥à¤ कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° देवीपà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी ने कहा कि à¤à¤—वान राम के जीवन से जà¥à¥œà¥‡ विषय हम सà¤à¥€ महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¤¿à¤•à¥€ की रामायण से ही जान पाठहैं,तà¥à¤²à¤¸à¥€à¤¦à¤¾à¤¸ कृत रामचरितमानस à¤à¥€ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ रामायण से ही पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ है।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ समरसता के मूलक थे, महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ के कारण ही à¤à¤—वान राम को मानने वाली पूरी सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ में संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का संचार हà¥à¤†à¥¤à¤•à¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ ने कहा कि हमें अपने आचरण और वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बताठगठसंसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को उतारने की जरूरत है। कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ ने महरà¥à¤·à¤¿ बालà¥à¤®à¥€à¤•à¤¿ को समाज के सà¤à¥€ वरà¥à¤—ों का पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• बताया। संगोषà¥à¤ ी में 100 से अधिक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों ने हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया। छातà¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ अधिषà¥à¤ ाता डॉ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ नारायण जोशी ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन,सहायक आचारà¥à¤¯ सà¥à¤¶à¥€à¤² चमोली ने तकनीकी सहयोग किया। कà¥à¤²à¤¸à¤šà¤¿à¤µ गिरीश कà¥à¤®à¤¾à¤° अवसà¥à¤¥à¥€ ने सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤—ियों का आà¤à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करते हà¥à¤ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया।