शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚चदशनाम आनंद à¤à¥ˆà¤°à¤µ अखाड़ा में अखिल महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° शंकरानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ के सानिधà¥à¤¯ में बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° साधà¥à¤µà¥€ राधिकानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤‚जलि समारोह का आयोजन किया गया।
रिपोर्ट - गोपाल रावत
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚चदशनाम आनंद à¤à¥ˆà¤°à¤µ अखाड़ा में अखिल महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° शंकरानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ के सानिधà¥à¤¯ में बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° साधà¥à¤µà¥€ राधिकानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤‚जलि समारोह का आयोजन किया गया। जूना अखाड़े की महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° साधà¥à¤µà¥€ राधिकानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ का विगत दिनों मोटूंगा मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤°à¤®à¤ में निधन हो गया था। महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विशà¥à¤µà¥‡à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤‚द गिरि महाराज की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में तथा जूना अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज व महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ के सयà¥à¤•à¥à¤¤ संचालन में आयोजित समारोह को देश की महान आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• विà¤à¥‚तियों तà¥à¤²à¤¸à¥€ मानस मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के अधà¥à¤·à¥à¤ िाता महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° डाॅ.साधनानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ महाराज,राषà¥à¤Ÿà¥€à¤¯ सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेशपà¥à¤°à¥€ व कई अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित धरà¥à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯à¥‹ ने à¤à¤¾à¤µà¤®à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। शà¥à¤°à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° मठके परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤‚शà¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शिवानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहा बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° साधà¥à¤µà¥€ राधिकानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ मानस,गीता तथा वेदों की पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤£à¥à¤¡ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ थी। पिछले 40वषांे से वह शà¥à¤°à¥€à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° मठमें रहकर साधना करते हà¥à¤ देश विदेश में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ को उचà¥à¤š शिखरों तक ले जाने में कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ रही। इसके साथ साथ सामाजिक कारà¥à¤¯à¥‹,दीन दà¥à¤–ियों की सेवा में à¤à¥€ वह पूरà¥à¤£ निषà¥à¤ ा व समरà¥à¤ªà¤£ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ से जà¥à¤Ÿà¥€ थी। महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कैलाशानंद बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ ने कहा बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ म.म. साधà¥à¤µà¥€ राधिकानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ संत परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ का परà¥à¤¯à¤¾à¤¯ थी। à¤à¤• परम संत में जो विशेषताà¤à¤‚ होनी चाहिà¤,वह सà¤à¥€ उनमें थी। इनके बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ हो जाने से संत समाज को को अपूरणीय कà¥à¤·à¤¤à¤¿ पहà¥à¤šà¥€ है। अखाड़े के राषà¥à¤Ÿà¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज ने कहा म.म. साधà¥à¤µà¥€ राधिकानंद गिरि तथा जूना अखाड़े के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पूरà¥à¤£ से समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ थी। जूना अखाड़े की पà¥à¤°à¤—ति व विकास के लिठउनका योगदान à¤à¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ नही जा सकता। निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से उनका अवसान अखाड़े के साथ साथ संत समाज के लिठकà¤à¥€ à¤à¥€ à¤à¤°à¤¾ जा सकने वाला शूनà¥à¤¯ है। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤‚जलि समारोह में महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आतà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ,à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त ललितानंद गिरि,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विनोद गिरि,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त शिवशंकर गिरि,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विषà¥à¤£à¥à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज,थानापति नीलकंठगिरि,कोठारी महंत लालà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,कोरोबारी महंत महादेवानंद गिरि,पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ व थानापति परमानंदगिरि,थानापति रणधीर गिरि,थानापति विवेकपà¥à¤°à¥€ सहित सैकड़ो शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥à¤“ं व à¤à¤•à¥à¤¤ मौजूद रहे।