देश के सà¤à¥€ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ पर अब केवल कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¡à¤¼ में चाय की चà¥à¤¸à¥à¤•à¥€ ले सकेंगे,पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के कप अब नहीं आà¤à¤‚गे नजर
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
देश के सà¤à¥€ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ पर जलà¥à¤¦ ही पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• के कप नदारद हो जाà¤à¤‚गे। इनकी जगह अब कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¡à¤¼ में ही चाय मिलती दिखेगी। रेल मंतà¥à¤°à¥€ पीयूष गोयल ने इसकी घोषणा की है।रेल मंतà¥à¤°à¥€ पीयूष गोयल ने कहा कि अब देश के हर रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर चाय पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• कप के बजाय इको फà¥à¤°à¥‡à¤‚डली कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¡à¤¼à¥‹à¤‚ में बेची जाà¤à¤—ी।रेल मंतà¥à¤°à¥€ ने कहा कि अà¤à¥€ देश के लगà¤à¤— 400 रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ पर कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¡à¤¼ में चाय दी जा रही है। à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में हमारी योजना है कि देश के सà¤à¥€ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ पर केवल कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¡à¤¼ में ही चाय बेची जाà¤à¥¤ यह पहल पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• मà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की दिशा में रेलवे का योगदान होगी। à¤à¤• ओर जहां कà¥à¤²à¥à¤¹à¤¡à¤¼ से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को कोई नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ नहीं पहà¥à¤‚चता है। वहीं दूसरी ओर इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।