सà¤à¥€ तेरह अखाड़ों के संत महापà¥à¤°à¥‚षों ने मेलाधिकारी के साथ छिदà¥à¤¦à¤°à¤µà¤¾à¤²à¤¾ के जंगलों में जाकर धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के लिठलकड़ी का चयन किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 30 जनवरी। सà¤à¥€ तेरह अखाड़ों के संत महापà¥à¤°à¥‚षों ने मेलाधिकारी के साथ छिदà¥à¤¦à¤°à¤µà¤¾à¤²à¤¾ के जंगलों में जाकर धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के लिठलकड़ी का चयन किया। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज ने कहा कि धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ अखाड़ों की परंपरांओं का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– हिसà¥à¤¸à¤¾ है। धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ से ही कà¥à¤‚ठमेला का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठहो जाता है। सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के नीचे ही नागा सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दीकà¥à¤·à¤¾ दी जाती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि अखाड़ों की अपनी परंपरांओं के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बावन हाथ की लंबाई वाली लकड़ी के साथ साथ धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की जाती है। मेला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के चयन के लिठछिदà¥à¤¦à¤°à¤µà¤¾à¤²à¤¾ में मौेजूद रहा। मेला अधिकारी दीपक रावत की मौजूदगी में तेरह अखाड़ों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ का चयन किया। सही मायनों में मेला का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठधरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के साथ ही हो जाता है। धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के नीचे पूजा पाठऔर अनà¥à¤·à¥à¤ ान किठजाते हैं। मेला अधिकारी दीपक रावत ने कहा कि धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ की लकड़ी के चयन के लिठछिदà¥à¤¦à¤°à¤µà¤¾à¤²à¤¾ के जंगलों में संतों के साथ पहà¥à¤‚चे हैं। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कà¥à¤‚ठमें मेला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के लिठअखाड़ों को लकड़ी उपलबà¥à¤§ करायी जाती है। अखाड़ों की परंपरा के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ही लकड़ी का चयन किया गया है। जलà¥à¤¦ ही यातायात पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के सहयोग से सà¤à¥€ अखाड़ों में धरà¥à¤®à¤§à¥à¤µà¤œà¤¾ के लिठचयनित लकड़ी पहà¥à¤‚चा दी जाà¤à¤—ी। इस दौरान शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रामरतन गिरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राजेंदà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¸, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त धरà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¸, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त किशनदास, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त सतà¥à¤¯à¤—िरी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त साधनानंद, महंत रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€, महंत जगतार मà¥à¤¨à¤¿, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त गिरजानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, महंत देवेंदà¥à¤° सिंह शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेशà¥à¤µà¤°à¤¦à¤¾à¤¸, मà¥à¤–िया महंत दà¥à¤°à¥à¤—ादास, महंत पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¦à¤¾à¤¸, आदि सहित मेला पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ व वन विà¤à¤¾à¤— के अधिकारी मौजूद रहे।