शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना अखाड़े के महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विमलगिरि 45वरà¥à¤· बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ हो गà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‡ काॅगड़ी गà¥à¤°à¤¾à¤® सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि आशà¥à¤°à¤® में अखाड़े की सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¥‚-समाधि दी गयी।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°à¥¤ शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दशनाम जूना अखाड़े के महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विमलगिरि 45वरà¥à¤· बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ हो गà¤à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‡ काॅगड़ी गà¥à¤°à¤¾à¤® सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि आशà¥à¤°à¤® में अखाड़े की सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¥‚-समाधि दी गयी। बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° विमलगिरि महाराज जूना अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि महाराज के अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¿à¤¯ शिषà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में से थे। इसी कà¥à¤®à¥à¤ 2021 में अपà¥à¤°à¥ˆà¤² माह में आचारà¥à¤¯ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त अवधेशानंद गिरि महाराज ने उनका महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° पद पर पटटà¥à¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया था। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤—िरि महाराज ने उनà¥à¤¹à¥‡ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤‚जलि देते हà¥à¤ बताया बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° विमल गिरि यà¥à¤µà¤¾ संत थे तथा लगà¤à¤— 20वरà¥à¤· पूरà¥à¤µ वह उनके शिषà¥à¤¯ बने थे। सनातन धरà¥à¤® की रकà¥à¤·à¤¾ व अखाड़े की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ व विकास कारà¥à¤¯à¥‹ के लिठवह पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤°à¥à¤· में à¤à¥à¤°à¤®à¤£ करते रहते थे। उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पिलखà¥à¤†,बहराईच तथा बरेली में उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ समाज तथा सरà¥à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¾ वरà¥à¤— के लिठआशà¥à¤°à¤® सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किठथे। जहा शिकà¥à¤·à¤¾,चिकितà¥à¤¸à¤¾ की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं के साथ साथ गौ-सेवा की जाती है। उनके निधन से जूना अखाड़े को अपार कà¥à¤·à¤¤à¤¿ पहà¥à¤šà¥€ है। अखाड़े के अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संरकà¥à¤·à¤• शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त हरिगिरि महाराज ने बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤²à¥€à¤¨ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° विमल गिरि को सचà¥à¤šà¤¾ संत बताते हà¥à¤ कहा जूना अखाड़े ने à¤à¤• अतà¥à¤¯à¤‚त कमरà¥à¤ ,जà¥à¤à¤¾à¤°à¥‚ तथा योगà¥à¤¯ धरà¥à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ को खो दिया है। जिसकी हमेशा कमी महसूस की जाती रहेगी। वह अखाड़े का सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ थे। उनके इस असमय निधन से पूरा संत समाज सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§ है। à¤à¥‚-समाधि दिठजाने के अवसर पर अनà¥à¤°à¥à¤¤à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सचिव शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेशपà¥à¤°à¥€,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त मोहन à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€,थानापति रणधीर गिरि,आजाद गिरि,महंत गोविनà¥à¤¦ गिरि,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त पशà¥à¤ªà¤¤à¤¿ गिरि सहित कई शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤²à¥ à¤à¤•à¥à¤¤à¤—ण à¤à¥€ मौजूद थे।