शà¥à¤°à¥€ टाट वाले बाबा जी के वारà¥à¤·à¤¿à¤• वेदांत समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में आज दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ दिवस à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ वेदांत की गंगा पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆ । परम पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अखंडानंद जी महाराज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने मà¥à¤–ारविंद से सतगà¥à¤°à¥ देव की महिमा का बखान करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा की वेदांत का अरà¥à¤¥ ही है à¤à¥‡à¤¦ का अंत होना। जो सच को अपना लेता है वह सच सà¥à¤µà¤°à¥‚प ही हो जाता है।
रिपोर्ट -
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° 19नवमà¥à¤¬à¤°, परम पूजनीय वेदांत वेतà¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€ टाट वाले बाबा जी के वारà¥à¤·à¤¿à¤• वेदांत समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में आज दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ दिवस à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ वेदांत की गंगा पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆ । परम पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अखंडानंद जी महाराज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपने मà¥à¤–ारविंद से सतगà¥à¤°à¥ देव की महिमा का बखान करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा की वेदांत का अरà¥à¤¥ ही है à¤à¥‡à¤¦ का अंत होना। जो सच को अपना लेता है वह सच सà¥à¤µà¤°à¥‚प ही हो जाता है। विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ सनà¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ टाट वाले बाबा जी के परम शिषà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विजयानंद जी महाराज ने गà¥à¤°à¥ के बारे में कहा कि हम जैसा धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करते हैं, वैसे ही बन जाते हैं गà¥à¤°à¥ का वाकà¥à¤¯ ही अकाटà¥à¤¯ होता है। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ वान को ही जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है अंहकार से मनà¥à¤·à¥à¤¯ का जीवन दूà¤à¤° हो जाता है।यह गà¥à¤°à¥ की महिमा है कि वह अपने शिषà¥à¤¯ को अदà¥à¤µà¥ˆà¤¤ रूप में नहीं छोड़ते हैं। गरीब दास जी के आचारà¥à¤¯ डॉकà¥à¤Ÿà¤° हरिहरानंद जी ने वेदांत समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में बोलते हà¥à¤ कहा की टाट वाले बाबा इस सदी के विलकà¥à¤·à¤£ संतों में से à¤à¤• थे जिनके पास आने का à¤à¤µà¤‚ दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ का उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लाठमिला। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जिस परम ततà¥à¤µ को टाट वाले बाबा जी ने सà¥à¤µà¤¯à¤‚ पहचाना उसी तरह उनके सानिधà¥à¤¯ में आठहजारों शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं पर à¤à¥€ खूब कृपा आज à¤à¥€ बरस रही है जो à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ वेदांत का शà¥à¤°à¤µà¤£ गà¥à¤°à¥ चरणों में रहकर करता है वह अपने जीवन में धनà¥à¤¯ हो जाता है गà¥à¤°à¥ अंधकार को रोकने वाला होता है तथा पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤®à¤¾à¤¨ होता है परमपिता परमातà¥à¤®à¤¾ गà¥à¤°à¥ से अंधकार से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ की ओर असतà¥à¤¯ से सतà¥à¤¯ की ओर à¤à¤µà¤‚ मृतà¥à¤¯à¥ से अमृत की ओर ले जाने वाली à¤à¤• डोर है वह को दूर करके अजà¥à¤žà¤¾à¤¨ हटाकर जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ को फैलाने वाला गà¥à¤°à¥ ही होता है। इस अवसर पर गरीब दासीय आशà¥à¤°à¤® के à¤à¤¾à¤—वताचारà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रविदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ की महिमा का बखान करते हà¥à¤ समसà¥à¤¤ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤•à¥à¤¤ जनों को संबोधित करते हà¥à¤ कहा कि अपने सà¥à¤µà¤°à¥‚प को पहचानना ही वेदांत का परम उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ है ।जीवन का लकà¥à¤·à¥à¤¯ कà¥à¤¯à¤¾ है इसका निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤£ करना अपने जीवन को सारà¥à¤¥à¤• बनाने के रूप में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ करना है। साधना सदन के तपसà¥à¤µà¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ मोहन चैतनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¥€ ने टाट वाले बाबा अपने शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि टाट वाले बाबा जैसे सनà¥à¤¤ बहà¥à¤¤ ही पà¥à¤£à¥à¤¯ फलों के बाद दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ हेतॠसà¥à¤²à¤ होते हैं। टाट वाले बाबा के जी के परम शिषà¥à¤¯ हरिहरानंद (à¤à¤•à¥à¤¤ )दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤°à¥ की महिमा का बखान किया गया ।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा यह शरीर नशà¥à¤µà¤° है और जिसने इस संसार में जनà¥à¤® लिया है उसकी मृतà¥à¤¯à¥ निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ है। मातृशकà¥à¤¤à¤¿ की ओर से सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€, कृषà¥à¤£ मयी मां, सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ महिषी देवी ,शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ मधॠगौड़ ,सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ गौड़,रचना मिशà¥à¤°à¤¾ आदि दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ शà¥à¤°à¥ƒà¤¦à¥à¤§à¤¾ सà¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किठगà¤à¥¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का सफल संचालन à¤à¤¸ à¤à¤® जेà¤à¤¨à¤ªà¥€à¤œà¥€ कॉलेज के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ डॉकà¥à¤Ÿà¤° सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। इस अवसर पर शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥ चरण अनà¥à¤°à¤¾à¤—ी समिति के कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ रचना मिशà¥à¤°à¤¾ ,à¤à¤¸ के बोहरा, विजय शरà¥à¤®à¤¾ ,सà¥à¤¨à¥€à¤² सोनेजा, संजय कà¥à¤®à¤¾à¤° बतà¥à¤°à¤¾, विनोद अरोड़ा, मधॠगौड़, सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ महेशी देवी, आनंद सागर, उदित गोयल, सà¥à¤°à¥‡à¤‚दà¥à¤° खतà¥à¤°à¥€, योगेश अरोड़ा ,ईशà¥à¤µà¤° चंद तनेजा,सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कनà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ लाल, रमा बोहरा,अनिल गौड़ आदि अनेकों शà¥à¤°à¥ƒà¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ गण उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।