चेतन जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ आशà¥à¤°à¤® में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषिशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ महाराज के सानिधà¥à¤¯ में आयोजित शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि समारोह में संत समाज ने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी महाराज की माता सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय नानू देवी चोटिया को à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की।
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज़ à¤à¤¾à¤°à¤¤
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 11 जून। चेतन जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ आशà¥à¤°à¤® में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषिशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ महाराज के सानिधà¥à¤¯ में आयोजित शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि समारोह में संत समाज ने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी महाराज की माता सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय नानू देवी चोटिया को à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ माता नानू देवी चोटिया को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¸à¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ चेतन जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ आशà¥à¤°à¤® के परमाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषिशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ महाराज ने कहा कि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के जीवन में मां का दरà¥à¤œà¤¾ सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ है। मां ही पà¥à¤°à¤¥à¤® शिकà¥à¤·à¤• की à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ बालक का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ विकास करती है। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ माता नानू देवी चोटिया मिले जà¥à¤žà¤¾à¤¨ व संसà¥à¤•à¤¾à¤° के चलते सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी महाराज सनातन धरà¥à¤® व संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° करने में अगà¥à¤°à¤£à¥€ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ रहे हैं। महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिचेतनाननà¥à¤¦ गिरी महाराज ने कहा कि वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ माता के ऋण से कà¤à¥€ ऊऋण नहीं हो सकता है। पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के जीवन को संवारने में मां की à¤à¥‚मिका सबसे अहम होती है। समाज का मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ करने वाले सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी जैसे होनहार संत को जनà¥à¤® देने वाली बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ माता नानू देवी चोटिया धनà¥à¤¯ हैं। पूरà¥à¤µ पालिका चेयरमैन सतपाल बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ ने कहा कि संसार में मां से बड़ी कोई शकà¥à¤¤à¤¿ नहीं है। मां के आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ व शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं से ही बालक का सरà¥à¤µà¤¾à¤—ींण विकास होता है। सनातन धरà¥à¤® व संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में मां को देवी का दरà¥à¤œà¤¾ दिया गया है। देवी सà¥à¤µà¤°à¥‚पा बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ माता नानू देवी चेटिया ममता व वातसलà¥à¤¯ की साकà¥à¤·à¤¾à¤¤ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ थी। अपनी माता से मिली पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ व संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के चलते सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी महाराज ने समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठसनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ का मारà¥à¤— अपनाया। यà¥à¤µà¤¾ सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ के रूप में देश व समाज को धरà¥à¤® की शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय कारà¥à¤¯ कर रहे हैं। बाबा हठयोगी व महंत विषà¥à¤£à¥à¤¦à¤¾à¤¸ ने कहा कि बालक को जनà¥à¤® देने के बाद उसके जीवन को संवारने तथा सारà¥à¤¥à¤• बनाने में मां की à¤à¥‚मिका अगà¥à¤°à¤£à¥€ होती है। मां ही सà¥à¤µà¤¯à¤‚ तमाम कषà¥à¤Ÿ सहकर बचà¥à¤šà¥‡ का à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ उजà¥à¤œà¤µà¤² बनाती है। मां से मिली शिकà¥à¤·à¤¾ व पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी राषà¥à¤Ÿà¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ में अपना अहम योगदान कर रहे हैं। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि समारोह की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ करते हà¥à¤ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ यतीनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ गिरी महाराज ने कहा कि मां के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किठगठसंसà¥à¤•à¤¾à¤° अनमोल होते हैं। जिनके आधार पर ही वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ समाज में रहकर योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी महाराज अपनी पूजà¥à¤¯ माता नानू देवी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में धरà¥à¤® का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° कर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की पताका को फहरा रहे हैं। संत समाज उनके उजà¥à¤œà¤µà¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की कामना करता है। यà¥à¤µà¤¾ संतों को उनसे पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेनी चाहिà¤à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी महाराज ने संत समाज का आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि मां की सेवा व उनके पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ करना पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को करना चाहिà¤à¥¤ आदà¥à¤¯ जगदà¥à¤—à¥à¤°à¥‚ शंकराचारà¥à¤¯ ने à¤à¥€ मां का अंतिम संसà¥à¤•à¤¾à¤° कर परंपराओं का पालन किया था। उसी परंपरा का पालन करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मां के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपना करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ निà¤à¤¾à¤¯à¤¾ है। संत समाज के आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ व मां से मिली शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤°à¥‚प देश व समाज सेवा में अपना योगदान देते रहेंगे। मंच संचालन सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रविदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने किया। इस अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कामेशà¥à¤µà¤° पà¥à¤°à¥€, महंत विषà¥à¤£à¥à¤¦à¤¾à¤¸, महंत पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¦à¤¾à¤¸, महंत दà¥à¤°à¥à¤—ादास, महंत पà¥à¤°à¤¹à¥à¤²à¤¾à¤¦ दास, महंत महावीर दास, निरंजन सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, मंत सà¥à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¥à¤£ मà¥à¤¨à¤¿, महंत शिवानंद, महंत राजेंदà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¸, महंत देवेंदà¥à¤° तोमर, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कृषà¥à¤£à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ राजेंदà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦, महंत सूरज दास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिवलà¥à¤²à¤à¤¦à¤¾à¤¸ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महंत दिनेश दास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤µà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤¨à¤‚द, महंत सà¥à¤®à¤¿à¤¤ दास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिहराननà¥à¤¦ आदि सहित तमाम संतो ने माता नानू देवी को ममता की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ बताते हà¥à¤ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¸à¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किà¤à¥¤