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जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक कसाबांध नाले के निकट गिर रही गन्दगी को लेकर फूड सेफ्टी विभाग से दो दिन में मांगी रिपोर्ट


बैठक में सर्वप्रथम नालों की सफाई के सम्बन्ध में विचार-विमर्श हुआ, जिसमें नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि 109 में से 70 नालों की सफाई हो गयी है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इतने अल्प समय में आप बाकी नालों की सफाई कैसे करेंगे|

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

हरिद्वार: जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने बुधवार को कैम्प कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक ली। बैठक में सर्वप्रथम नालों की सफाई के सम्बन्ध में विचार-विमर्श हुआ, जिसमें नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि 109 में से 70 नालों की सफाई हो गयी है। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि इतने अल्प समय में आप बाकी नालों की सफाई कैसे करेंगे, इस पर नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि बाकी नाले छोटे-छोटे हैं, जिनकी सफाई जल्दी ही करा दी जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य तेजी से होना चाहिये तथा मैं स्वयं इनका निरीक्षण करूंगा। जिलाधिकारी ने बैठक में पूरे जनपद में अभियान के रूप में पेड़ लगाने की विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने एचआरडीए द्वारा लोगों को बीज उपलब्ध कराने की ’’शहरी पोषण वाटिका’’ योजना की प्रशंसा की, जिसके सम्बन्ध में डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, सचिव एचआरडीए ने विस्तृत जानकारी बैठक में दी। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी दिनों में रूफ टाप गार्डिनिंग के लिये भी संयुक्त अभियान चलायें ताकि घरों की छतों में पूरी हरियाली ही हरियाली दिखे। बैठक में लोगों को बीज वितरण करने, खाद वितरण करने तथा गमले उपलब्ध कराने की योजना के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में नगर आयुक्त जय भारत सिंह ने कहा कि नगर निगम में 60 वार्ड हैं, हम सभी वार्डों में प्लांनटेशन कराने जा रहे हैं। समिति की बैठक में गोविन्दपुरी नाले के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त खड़खड़ी के पास अतिक्रमण का मामला भी सामने आया, जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि जहां पर भी अवैध अतिक्रमण है, वह हटना चाहिये। जिलाधिकारी ने इस पर सिंचाई विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित करने के निर्देश दिये। बैठक में कसाबांध नाले के निकट गिर रही गन्दगी के सन्बन्ध में जिलाधिकारी ने फूड सेफ्टी विभाग से पूछा तो उन्होंने बताया कि हमने निरीक्षण किया था। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि फिर भी शिकायत प्राप्त हो रही है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे इसका सभी पक्षों को साथ लेकर संयुक्त निरीक्षण कर दो दिन के भीतर मुझे रिपोर्ट प्रस्तुत करें। वीडियो कांफ्रेंसिंग में डालफिन व घड़ियाल योजना को धरातल पर उतारने, घाटों को गोद लेने तथा उनका सीमांकन करने आदि के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड के समय का सदुपयोग करते हुये जिस भी योजना में जो भी कागजी कार्रवाई करनी है, उसे इस अवधि में पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि वे गंगा की शुचिता से सम्बन्धित जो भी योजनायें हैं, उनको पूरा करने में आपसी तालमेल बनाते हुये, जितने भी गंगा से जुड़ी योजनायें हैं, उनमें तेजी लायें। वीडियो कांफ्रेंसिंग में डाॅ0 ललित नारायण मिश्र, सचिव, एचआरडीए, श्री नीरज कुमार, डीएफओ, जय भारत सिंह, मुख्य नगर आयुक्त, राजेन्द्र सिंह कठैत, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, डी0के0 सिंह, सिंचाई विभाग, मनोज निषाद,रामेश्वर गौड़, श्री राहुल राणा, सचिन कुमार, अमित शर्मा, स्वयं सेवी संस्थाओं-बीइंग भागीरथी आदि सहित गंगा संरक्षण समिति के सम्बन्धित सदस्यों ने प्रतिभाग किया।

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