यà¥à¤—पà¥à¤°à¥‚ष थे बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज-म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामेशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 8 अगसà¥à¤¤à¥¤ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° डा.शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज की दूसरी पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¥à¥€ पर संत समाज ने उनका à¤à¤¾à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤®à¤°à¤£ करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¸à¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किà¤à¥¤ शà¥à¤°à¥€ गरीबदासीय साधॠसेवाशà¥à¤°à¤® में आयोजित शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि समारोह को संबोधित करते हà¥à¤ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामेशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤‚द सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ महाराज ने कहा कि संत महापà¥à¤°à¥‚षों को जीवन सदैव मानव कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ होता है। यà¥à¤—पà¥à¤°à¥‚ष बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° डा.शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज संत समाज के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¸à¥à¤°à¥‹à¤¤ थे। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सदैव यà¥à¤µà¤¾ संतों को संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¨ बनाकर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ व सनातन धरà¥à¤® के संरकà¥à¤·à¤£ संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ के लिठपà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में उनका अतà¥à¤²à¤¨à¥€à¤¯ योगदान सदैव सà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯ रहेगा। सनातन धरà¥à¤® व à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° के लिठपूरा जीवन समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करने वाले बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ डा.शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज के शिषà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रविदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिहरानंद व सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दिनेश दास अपने गà¥à¤°à¥‚ के अधूरे कारà¥à¤¯à¥‹ को पूरा करते हà¥à¤ संत समाज व मानव सेवा में योगदान कर रहे हैं। बाबा हठयोगी ने कहा कि à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ देकर उनके कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ करने वाले बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ डा.शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज à¤à¤• महान संत थे। सà¤à¥€ को उनके दिखाठमारà¥à¤— पर चलते हà¥à¤ मानव कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ व राषà¥à¤Ÿà¥à¤° सेवा में योगदान देना चाहिà¤à¥¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रविदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ व सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिहरानंद ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पधारे संतजनों का आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि निरà¥à¤®à¤² जल के समान जीवन जीने वाले पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ डा.शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज तà¥à¤¯à¤¾à¤— और तपसà¥à¤¯à¤¾ की साकà¥à¤·à¤¾à¤¤ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ थे। गà¥à¤°à¥‚देव से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं व जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करते हà¥à¤ उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ सेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ªà¥‹à¤‚ और आशà¥à¤°à¤® की सेवा परंपरांओं को आगे बà¥à¤¾à¤¯à¤¾ जा रहा है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋषिशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤‚द महाराज ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ डा.शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज à¤à¤• विलकà¥à¤·à¤£ व विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ सत थे। जीवन के अंतिम कà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ तक मानव सेवा व राषà¥à¤Ÿà¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ में योगदान देते रहे बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ डा.शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दर दास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज के आदरà¥à¤¶à¥‹ पर चलते हà¥à¤ गरीब निसहाय वरà¥à¤—ो की सेवा में योगदान ही उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सचà¥à¤šà¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि होगी। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में पधारे सà¤à¥€ संतजनों को समाजसेवी संजय वरà¥à¤®à¤¾ à¤à¤µà¤‚ महंत दिनेश दास महाराज ने फूलमालाà¤à¤‚ पहनाकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया और आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया। इस अवसर पर पंडित पदम पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ सà¥à¤µà¥‡à¤¦à¥€, महामणà¥à¤¡à¤²à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ कपिल मà¥à¤¨à¤¿, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ आननà¥à¤¦ गिरी, महंत शिवानंद, महंत सूरजदास, महंत सà¥à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¥à¤£ मà¥à¤¨à¤¿, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामजी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त विषà¥à¤£à¥à¤¦à¤¾à¤¸, महंत पà¥à¤°à¤¹à¤²à¤¾à¤¦ दास, महंत जयेंदà¥à¤° मà¥à¤¨à¤¿, म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤¬à¥‹à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द गिरी, ठाकà¥à¤° मानसिंह, महंत जसविंदर सिंह, महंत शंà¤à¥‚दास, महंत बिहारी शरण, महंत अंकित शरण, महंत रघà¥à¤µà¥€à¤° दास आदि सहित बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में संत महंत उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।