“नारी सीता नारी काली नारी ही पà¥à¤°à¥‡à¤® करने वाली नारी कोमल नारी कठोर नारी बिन नर का कहा छोर,,
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
लाल कà¥à¤†à¤‚ 27 जनवरी, हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€à¥¤ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ नेतà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ 56 लालकà¥à¤†à¤‚ विधानसà¤à¤¾ की पूरà¥à¤µ में घोषित पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¥€ संधà¥à¤¯à¤¾ डालाकोटी ने कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की माताओं,बहनों, बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों, à¤à¤µà¤‚ नौजवान à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ से कह- मà¥à¤à¥‡ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ पारà¥à¤Ÿà¥€ ने टिकट दिया था विगत कई वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से पारà¥à¤Ÿà¥€ के लिठनिषà¥à¤ ावान कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ के रूप में मेहनत करते हà¥à¤ 12-12 घंटे कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में रह कर अपना घर बार छोड़कर हर किसी के सà¥à¤– दà¥à¤– में à¤à¤¾à¤—ीदार बनी, जितना मेरी कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ थी उस हिसाब से हर किसी की मदद की कोरोना काल कि विपरीत सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में हर रोज अपने हाथों से पेकेट बनाकर हज़ारों कमजोर वरà¥à¤—़ तक राशन पहà¥à¤‚चाया। कà¥à¤› माह पूरà¥à¤µ बिंदà¥à¤–तà¥à¤¤à¤¾ में आयी आपदा में जब मेरी आंखों के सामने à¤à¤• माठका घर बह गया तब उसी पल अपनी निजी जमीन दान दी परसों मेरे पिता तà¥à¤²à¥à¤¯ दà¥à¤°à¥à¤—ापाल जी ने मेरा अपमान किया और और अब हरीश रावत जी ने मà¥à¤à¥‡ ठेंस पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤ˆ है। इससे में अपनी आखिरी सांस तक नहीं à¤à¥‚लूंगी। लड़की हूठलड़ सकती हूं यह नारा देने वाली पारà¥à¤Ÿà¥€ ने मेरा घोर अपमान किया है। संधà¥à¤¯à¤¾ ने कहा मेरे सेवाà¤à¤¾à¤µ में मेरे संघरà¥à¤· में मेरे करà¥à¤®à¥‹à¤‚ में कà¥à¤¯à¤¾ कमी रह गई थी जो मà¥à¤à¥‡ आज इस तरह अपमानित होना पड़ा,मेरी आवाज समाज की हर उन माताओं बहनों की आवाज बनेगी जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनके हक से वंचित किया जाता है ।अगर मेरी अपील आपके मन के किसी à¤à¥€ कण को छूती हें तो मेरे खेड़ा,गौलापार सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ आवास पर आज 27 जनवरी को 1 बजे à¤à¤• बैठक का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मैं इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की जनता का आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ लूंगी और आगे की रणनीति तय करूंगी। जय à¤à¤¾à¤°à¤¤ जय उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा मैं नारी शकà¥à¤¤à¤¿ के समà¥à¤®à¤¾à¤¨ में हमेशा मैदान में डटी रहूà¤à¤—ी।