गरà¥à¤¦à¤¨ दरà¥à¤¦ को कà¤à¥€ हलके में नहीं लेनाचाहिये कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इससे कई लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ का पता चलता है। गरà¥à¤¦à¤¨ में दरà¥à¤¦ की समसà¥à¤¯à¤¾ से ना तो आप ठीक से उठ-बैठसकते हैं और ना ही रोज मरà¥à¤°à¤¾ के काम कर सकते हैं।कई लोगों को सिर को दाà¤à¤‚-बाà¤à¤‚ घà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‡ पर अकड़न और दरà¥à¤¦ के साथ कड़कड़ाहट की आवाज à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ देती है।
रिपोर्ट - वैध दीपक कà¥à¤®à¤¾à¤°
गरà¥à¤¦à¤¨ दरà¥à¤¦ को कà¤à¥€ हलके में नहीं लेनाचाहिये कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इससे कई लकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ का पता चलता है। गरà¥à¤¦à¤¨ में दरà¥à¤¦ की समसà¥à¤¯à¤¾ से ना तो आप ठीक से उठ-बैठसकते हैं और ना ही रोज मरà¥à¤°à¤¾ के काम कर सकते हैं।कई लोगों को सिर को दाà¤à¤‚-बाà¤à¤‚ घà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‡ पर अकड़न और दरà¥à¤¦ के साथ कड़कड़ाहट की आवाज à¤à¥€ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ देती है। गरà¥à¤¦à¤¨ में लगातार दरà¥à¤¦ रहने पर अति शीघà¥à¤° चिकितà¥à¤¸à¤• को दिखाना चाहिà¤à¥¤ चिकितà¥à¤¸à¤•à¥€à¤¯ परीकà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के बाद ही यह तय हो पाता है कि दरà¥à¤¦ किस कारण हो रहा है। अगर दरà¥à¤¦ होने का कारण कोई गंà¤à¥€à¤° बीमारी न होकर सामानà¥à¤¯ है तो उसे वà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤® योगासनों à¤à¤µà¤‚ घरेलू उपचारोसे à¤à¥€ ठीक किया जा सकता है। सही मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ बना कर रखें शरीर की सही मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ बना कर रखने से à¤à¥€ गरदन का दरà¥à¤¦ ठीक करने में सहायता मिलती है। अपने शरीर को à¤à¤• दीवार पर सटा कर खड़ा कीजिये। अपनी पीठऔर बà¥à¤Ÿà¤• को दीवार से लगाइये और ठà¥à¤¡à¥à¤¡à¥€ को बिलà¥à¤•à¥à¤² सीधे रखिये। बस इसी मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ में सारे दिन रहिये। हींग à¤à¤µà¤‚ कपूर हींग à¤à¤µà¤‚ कपूर समान मातà¥à¤°à¤¾ में लेकर सरसों तेल में फेंटकर कà¥à¤°à¥€à¤® की तरह बना लें। इस पेसà¥à¤Ÿ को गरà¥à¤¦à¤¨ में लगाकर हलà¥à¤•à¥‡ हाथों में मालिश करने पर दरà¥à¤¦ आराम हो जाता है। अदरक का पेसà¥à¤Ÿ यह à¤à¤• दरà¥à¤¦ निवारक दवा के रूप में काम करती है। अगर आप अदरक पावडर को पानी में मिला कर पियें या फिर इसे घिस कर गरम पानी में मिला कर पेसà¥à¤Ÿ बना कर गरदन पर लगाà¤à¤‚ तो राहत मिलेगी। मसाज मसाज किसी à¤à¥€ दरà¥à¤¦ को ठीक कर सकता है। मसाज से आप आराम से अचà¥à¤›à¥€ नींद सो सकते हें। पर चोट को तेजी से नहीं मलना चाहिये नहीं तो वहां पर और जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दरà¥à¤¦ पैदा हो सकता है। आइस पैक लगाà¤à¤‚ गरदन की दरà¥à¤¦ में आइस पैक काफी लाठपहà¥à¤‚चाता है। आप चाहें तो बरफ के टà¥à¤•à¤¡à¤¼à¥‡ को कपड़े में बांध कर दरà¥à¤¦ पर रख सकते हैं। इससे दरà¥à¤¦ में काफी आराम मिलेगा। गरà¥à¤® सिकाईं जब चोट की सिकाई होती है तो खून का दौरा उस जगह पर तेज हो जाता है जिससे चोट जलà¥à¤¦à¥€ ठीक हो जाती है। गरम पानी से सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ गरम पानी के शॉवर के नीचे कà¥à¤› देर खडे़ रहें। जैसे की गरम पानी आपकी गरदन पर गिरेगा, कà¥à¤› ही देर में आपको असर दिखाई देगा। Dr.(Vaid) Deepak Kumar Adarsh Ayurvedic Pharmacy Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com 9897902760