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हरिद्वार में किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी के अन्तर्गत जनपद स्तरीय कृषक मेला आयोजित


पंचायती राज दिवस के अवसर पर भारत सरकार द्वारा कृषकों के मध्य भारत सरकार द्वारा संचालित समस्त योजनाओं से सम्बन्धित जागरूकता एवं कृषकों के आय के अवसर बढाने हेतु 24 अपेै्रल से 01 मई तक किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी चलाया जा रहा है|

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

26 अप्रैल,2022 हरिद्वार: पंचायती राज दिवस के अवसर पर भारत सरकार द्वारा कृषकों के मध्य भारत सरकार द्वारा संचालित समस्त योजनाओं से सम्बन्धित जागरूकता एवं कृषकों के आय के अवसर बढाने हेतु 24 अपेै्रल से 01 मई तक किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी चलाया जा रहा है, जिसके उपलक्ष्य में दिनांक 26.04.2022 को मृदा परीक्षण प्रयोगशाला बहाराबाद के प्रांगण में एक दिवसीय जनपद स्तरीय कृषक मेले का आयोजन कृषि विभाग हरिद्वार एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, धनौरी द्वारा आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता रानीपुर विधायक श्री आदेश चौहान द्वारा की गयी। इस मेले की मुख्य थीम प्राकृतिक खेती पद्वति रही। प्राकृतिक खेती के सम्बंध में पंतजलि जैविक शोध संस्थान के वैज्ञानिक डॉ0 आर0के0 शुक्ला एवं के0वी0के0 वैज्ञानिक डॉ0 योगेन्द्र द्वारा कृषकों को प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तार से समझाया गया। साथ ही सर्ग संस्था द्वारा जीवामृत बनाने की प्रक्रिया का प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया गया। मेले में जनपद के समस्त विकासखण्ड एवं दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों से 800 से अधिक कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त मेले में मुख्य कृषि अधिकारी श्री विजय देवराडी द्वारा कृषकों को किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी अभियान के सम्बंध में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि ऐसे समस्त कृषक जो पी0एम0 किसान सम्मान निधि के पात्र है तथा किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित रह गये है ऐसे कृषक इस अभियान अन्तर्गत अपने के0सी0सी0 सम्बन्धित बैंक से सम्पर्क कर बनवा सकते है। साथ ही पी0एम0 किसान का लाभ ले रहे समस्त कृषकों द्वारा अनिवार्य रूप से 31 मई 2022 तक निकटवर्ती जन सेवा केन्द्र के माध्यम से पी0एम0 किसान का ई-के0वाई0सी0 सत्यापन करा लें। मेले का मुख्य आकर्षण कृषि एवं रेखीय विभागों उद्यान, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य, रेशम, फसल बीमा, बैंक, नावार्ड, एन0आर0एल0एम0, कृषि विज्ञान केन्द्र, गन्ना, मण्डी, उरेडा, महिन्द्रा कृषि आई0टी0, पतंजलि, जैविक संस्था सर्ग एवं उरेडा के सुसज्जित स्टाल रहे। मेले में उन्नत कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगायी गयी, जिसमें मुख्य आकर्षण का केन्द्र शुगरकेन प्लान्टर रहा। मेले के माध्यम से दूर-दराज से आये कृषकों हेतु खरीफ गोष्ठी के माध्यम से कृषक-वैज्ञानिक संवाद कराया गया, जिसमें के0वी0के0 प्रभारी डा0 पुरूषोतम द्वारा खरीफ की फसलों हेतु सस्य क्रियाओं तथा धान की वैज्ञानिक खेती के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। साथ ही के0वी0के0 वैज्ञानिक डॉ0 दीप्ति द्वारा खरीफ फसलों के कीट एवं रोग प्रबन्धन के बारे में बताते हुए जैविक विधि द्वारा समेकित कीट प्रबन्धन पर कृषकों को उदाहरण के माध्यम से बताया गया एवं डॉ0 विनोद द्वारा धान एवं उर्द फसल की नयी प्रजातियों, नयी तकनीकों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया एवं कृषकों की समस्याओं का समाधान किया गया। ए0आई0सी0 के प्रतिनिधि द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में कृषकों को जानकारी देते हुए बताया गया कि खरीफ की फसल धान हेतु कृषक बन्धु 1716.00 रू0 प्रति हेक्टेयर दर से अपने निकटवर्ती जन सेवा केन्द्र के माध्यम से धान फसल का बीमा 15.07.2022 तक करा सकते है।

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