विशà¥à¤µ कछà¥à¤† दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने मासिक मानस कथा के मंच से पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ बनाये रखने का संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि कछà¥à¤¯à¥‡ अपने संबंधित पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• तंतà¥à¤° को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखने में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥‡à¥¤ समà¥à¤¦à¥à¤° तटों को सà¥à¤µà¤šà¥à¤› रखने और पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ बनाठरखने में उनकी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका होती है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 23 मई। विशà¥à¤µ कछà¥à¤† दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने मासिक मानस कथा के मंच से पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ बनाये रखने का संदेश देते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि कछà¥à¤¯à¥‡ अपने संबंधित पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• तंतà¥à¤° को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखने में महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¤à¥‡à¥¤ समà¥à¤¦à¥à¤° तटों को सà¥à¤µà¤šà¥à¤› रखने और पारिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ बनाठरखने में उनकी महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥‚मिका होती है। जैव विविधता संरकà¥à¤·à¤£ और माठगंगा के कायाकलà¥à¤ª के लिये à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कछà¥à¤“ं को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करना नितांत आवशà¥à¤¯à¤• है। यह समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ खादà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला को संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ करने और पानी से जमीन तक पोषक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ के चकà¥à¤°à¤£ को सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤œà¤¨à¤• बनाने में à¤à¥€ मदद करते है। कछà¥à¤“ं के संरकà¥à¤·à¤£ से जैव विविधता के संरकà¥à¤·à¤£ और पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ बनाठरखने में मदद मिलेगी। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि पृथà¥à¤µà¥€ पर अनेक पौधे और जीव विलà¥à¤ªà¥à¤¤ होते जा रहे हैं। बà¥à¤¤à¥€ जनसंखà¥à¤¯à¤¾ के कारण उनके पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• आवासों को नषà¥à¤Ÿ किया जा रहा है। साथ ही जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨ और पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• कचरा जैसे कारक जीवों की विलà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिये जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° है। बà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• कचरा समà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ जीवन को खतरे में डाल रहा है। साथ ही लैंडफिल या पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• वातावरण में निवास करने वालों के लिये सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ जोखिम पैदा करता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने शà¥à¤°à¥€ राम कथा के मंच से संदेश दिया कि रामायण हमें पà¥à¤°à¥‡à¤® और सतà¥à¤¯ का संदेश देती है और à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम ने हमेशा ही परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£, राषà¥à¤Ÿà¥à¤° और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ को ही सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¤¿ माना। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पूरा जीवन पà¥à¤°à¤¾à¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ की रकà¥à¤·à¤¾ के साथ समता और सदà¥à¤à¤¾à¤µ के सेतॠबनाये। à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ राम की गौरव गाथा संघरà¥à¤· और साहस का उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿ उदाहरण पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करती है।