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केदारनाथ यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरों की हो रही मौतों की संवेदनशीलता को देखने पशुपालन मंत्री रुद्रप्रयाग पहुुंचे।


केदारनाथ यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरों की हो रही मौतों की संवेदनशीलता को देखते हुएपशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा रविवार को रुद्रप्रयाग पहुुंचे। यहाँ उन्होंने जिला प्रशासन, पशु चिकित्सा अधिकारियों, घोड़ा खच्चर यूनियन के पदाधिकारियों समेत संबंधित विभागों के साथ यात्रा एवं घोड़े खच्चरों के स्वास्थ्य की समीक्षा की। पहले सत्र में जिला मुख्यालय स्थित रुद्रा काम्पलैक्स में जिला प्रशासन के साथ बैठक के पश्चात मा. मंत्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

रुद्रप्रयाग 29 मई, 2022, केदारनाथ यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरों की हो रही मौतों की संवेदनशीलता को देखते हुए पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा रविवार को रुद्रप्रयाग पहुुंचे। यहाँ उन्होंने जिला प्रशासन, पशु चिकित्सा अधिकारियों, घोड़ा खच्चर यूनियन के पदाधिकारियों समेत संबंधित विभागों के साथ यात्रा एवं घोड़े खच्चरों के स्वास्थ्य की समीक्षा की। पहले सत्र में जिला मुख्यालय स्थित रुद्रा काम्पलैक्स में जिला प्रशासन के साथ बैठक के पश्चात मा. मंत्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे। मंत्री ने यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों के संबंध में संबंधित अधिकारियों एवं घोड़े खच्चर संचालको से घोड़े खच्चरों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने यात्रा मार्ग में घोड़े खच्चरों के पानी, रखरखाव की उचित व्यवस्था करने एवं जानवरों के साथ क्रूरता न करने के निर्देश घोड़े खच्चर संचालकों एवं हॉकरों को दिए। मंत्री ने यात्रा मार्ग पर संचालित घोड़े खच्चरों में से पचास फीसदी का संचालन ही एक दिन में करने के निर्देश दिए, उन्होंने हर हाल में घोड़े खच्चरों को एक दिन का आराम देने के निर्देश दिए। किसी भी दशा में घोड़े खच्चरों से डबल चक्कर न लगाएं जाए, इसके लिए उन्होने पुलिस एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि यदि किसी के द्वारा ऐसा किया जाता है तो उसके विरुद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। उन्होंने घोड़ा पड़ाव में घोड़े खच्चरों के रहने के लिए शेड तैयार करने के हेतु उपजिलाधिकारी ऊखीमठ को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही चिकित्सकों के लिए सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड में आवास व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये गये। मंत्री द्वारा घोड़े खच्चर यूनियन के अध्यक्ष से वार्ता करते हुए कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित हो रहे घोड़े खच्चरों का ध्यान रखने को कहा गया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी मालिक एवं हाॅकर द्वारा घोड़े खच्चर की देखभाल ठीक ढंग से नहीं की जाती है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी जाये, इसके लिये उन्होंने सभी के सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने यह भी निर्देश दिये है कि यदि किसी घोड़े खच्चर की मृत्यु हो जाती है तो सुलभ द्वारा उसको दफनाने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

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