महाकाल शिव की विशेष पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ के लिठसावन का महीना उतà¥à¤¤à¤® माना गया है। इसीलिठसावन में शिव के धाम यानि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में लोग हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° आते हैं। इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚-कांवड़ियों को पतित पावनी मां गंगे को सà¥à¤µà¤šà¥à¤› à¤à¤µà¤‚ निरà¥à¤®à¤² बनाये रखने आदि के संदेश देने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से शांतिकà¥à¤‚ज परिवार ने आज जनजागरण यातà¥à¤°à¤¾ निकाली। वैदिक पूजन के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ इस यातà¥à¤°à¤¾ का वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• महेनà¥à¤¦à¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾ à¤à¤µà¤‚ देव संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ शरद पारधी ने संयà¥à¤•à¥à¤¤ रूप से हरी à¤à¤‚डी दिखाकर रवाना किया।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° २५ मई। महाकाल शिव की विशेष पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ के लिठसावन का महीना उतà¥à¤¤à¤® माना गया है। इसीलिठसावन में शिव के धाम यानि हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° में बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में लोग हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° आते हैं। इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚-कांवड़ियों को पतित पावनी मां गंगे को सà¥à¤µà¤šà¥à¤› à¤à¤µà¤‚ निरà¥à¤®à¤² बनाये रखने आदि के संदेश देने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से शांतिकà¥à¤‚ज परिवार ने आज जनजागरण यातà¥à¤°à¤¾ निकाली। वैदिक पूजन के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ इस यातà¥à¤°à¤¾ का वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• महेनà¥à¤¦à¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾ à¤à¤µà¤‚ देव संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ शरद पारधी ने संयà¥à¤•à¥à¤¤ रूप से हरी à¤à¤‚डी दिखाकर रवाना किया। यातà¥à¤°à¤¾ के विषय पर चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤– शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ. पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि गायतà¥à¤°à¥€ साधक शांति के साथ अपनी यातà¥à¤°à¤¾ पूरी की। यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान मिलने वाले कांवड़ियों, यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ राहगीरों को पतित गंगा की निरà¥à¤®à¤²à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤ अपवितà¥à¤° वसà¥à¤¤à¥à¤à¤ से बचाये रखने के लिठसहयोग माà¤à¤—ा। साथ ही इस हेतॠसाहितà¥à¤¯, नशा उनà¥à¤®à¥‚लन, वृकà¥à¤· गंगा अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨, निरà¥à¤®à¤² गंगा जन अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ कà¥à¤¯à¤¾ करें, कà¥à¤¯à¤¾ न करें जैसे संदेश परक पतà¥à¤°à¤• à¤à¥€ बाà¤à¤Ÿà¥‡ गये। संसà¥à¤¥à¤¾ की अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯à¤¾ शैलदीदी ने अखिल विशà¥à¤µ गायतà¥à¤°à¥€ परिवार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चलाये जा रहे निरà¥à¤®à¤² गंगा अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ के अंतरà¥à¤—त माठगंगा को निरà¥à¤®à¤² à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤šà¥à¤› बनाये रखने में कांवड़ियों सहित आमजन से à¤à¥€ अपील की। जनजागरण यातà¥à¤°à¤¾ के गेट तीन से निकली और à¤à¥‹à¤ªà¤¤à¤µà¤¾à¤²à¤¾, हरकी पौड़ी होते हà¥à¤ रानीपà¥à¤° मोड़ पहà¥à¤‚ची और उसके पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ और हरिपà¥à¤° कलाठहोते हà¥à¤ वापस गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ लौट आयी। शांतिकà¥à¤‚ज पहà¥à¤‚चने पर यातà¥à¤°à¤¾ का à¤à¤µà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। इस यातà¥à¤°à¤¾ में शांतिकà¥à¤‚ज, देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विवि, बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤µà¤°à¥à¤šà¤¸ शोध संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के अंतेवासी कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¾, साधना शिविरों à¤à¤µà¤‚ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ सतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में आये साधकों ने गले में साहितà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ हाथों में पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• सदà¥à¤µà¤¾à¤•à¥à¤¯ के बैनर-पोसà¥à¤Ÿà¤° à¤à¤µà¤‚ पतà¥à¤°à¤• लिठà¤à¤¾à¤— लिया।