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रुद्रप्रयाग स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के मौके पर संगोष्ठियों का आयोजन


स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के मौके पर संगोष्ठियों का आयोजन कर वायरल हेपेटाइटिस से बचाव व रोकथाम के लिए जागरूकता पर जोर दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बी.के. शुक्ला के निर्देशन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि व ऊखीमठ में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के तहत संगोष्ठियों का आयोजन किया गया।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

रुद्रप्रयाग 28 जुलाई, 2022, स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के मौके पर संगोष्ठियों का आयोजन कर वायरल हेपेटाइटिस से बचाव व रोकथाम के लिए जागरूकता पर जोर दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बी.के. शुक्ला के निर्देशन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि व ऊखीमठ में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के तहत संगोष्ठियों का आयोजन किया गया। जिला चिकित्सालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्ववधान में जागरुकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजीव पाल ने वायरल हेपेटाइटिस के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अधिवक्ता यशोदा खत्री द्वारा वायरल हेपेटाइटिस के बारे में जागरुकता पर जोर दिया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित संगोष्ठी में राजकीय बालिका इंटर काॅलेज अगस्त्यमुनि की छात्राओं को हेपेटाटिस के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. हेमा असवाल ने कहा कि हेपेटाइटिस विषाणु जनित रोग है, जो लीवर को क्षति पहुंचाता है। बताया कि हेपेटाइटिस वायरस पांच प्रकार का होता है, जिसमें हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी व ई शामिल है। हेपेटाइटिस ए और ई दूषित जल व भोजन के उपयोग से व हेपेटाइटिस बी व सी संक्रमिक रक्त एवं रक्त उत्पादों से, असुरक्षित यौन संबंध से हो सकता है। थकान लगना, भूख न लगना, जी मचलाना, सिर दर्द, बदन दर्द, पेट दर्द व पीलिया आदि हेपेटाइटिस के लक्षण हैं हेपेटाइटिस बी व सी में लीवर सिरोसिस या कैंसर भी हो सकता है। हेपेटाइटिस बी एक गंभीर बीमारी है, यह बीमारी इसलिए भी खतरनाक है कि गर्भवती महिलाओं में उनके शिशुओं में भी फैल सकती है, ऐसे लक्षण दिखाई देने पर संबंधित को तत्काल निकतवर्ती चिकित्सालय में जाकर जांच करानी चाहिए। यह भी सुनिश्चित कराएं की बच्चे को हिपेटाइटिस टीके की शून्य डोज जरूर लगवाएं।

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