अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ वृदà¥à¤§à¤œà¤¨ दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने अंगवसà¥à¤¤à¥à¤°, माला à¤à¥‡à¤‚टकर और तिलक लगाकर वृदà¥à¤§à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया। परमारà¥à¤¥ निकेतन में विगत कई वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से सीनियर केयर हेतॠअनेक पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® संचालित किये जा रहे हैं यथा नेतà¥à¤° जांच, मोतियाबिंद जांच और आॅपरेशन, योग, सतà¥à¤¸à¤‚ग, आवास, à¤à¥‹à¤œà¤¨ और उमà¥à¤° के इस पड़ाव में सकारातà¥à¤®à¤• बने रहने के लिये à¤à¥€ सेवा, साधना और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का वातावरण पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया जाता है।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ बà¥à¤¯à¥‚रो
ऋषिकेश, 1 अकà¥à¤¤à¥‚बर। आज अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ वृदà¥à¤§à¤œà¤¨ दिवस के अवसर पर परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने अंगवसà¥à¤¤à¥à¤°, माला à¤à¥‡à¤‚टकर और तिलक लगाकर वृदà¥à¤§à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया। परमारà¥à¤¥ निकेतन में विगत कई वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से सीनियर केयर हेतॠअनेक पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® संचालित किये जा रहे हैं यथा नेतà¥à¤° जांच, मोतियाबिंद जांच और आॅपरेशन, योग, सतà¥à¤¸à¤‚ग, आवास, à¤à¥‹à¤œà¤¨ और उमà¥à¤° के इस पड़ाव में सकारातà¥à¤®à¤• बने रहने के लिये à¤à¥€ सेवा, साधना और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का वातावरण पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया जाता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि वृदà¥à¤§à¤œà¤¨à¤¾à¤‚े कोे पोषण, à¤à¥‹à¤œà¤¨, कपड़ा, आवास, चिकितà¥à¤¸à¥€à¤¯ सहायता, उपचार, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ देखà¤à¤¾à¤², सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ के साथ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ गरिमापूरà¥à¤£ जीवन जीने हेतॠसà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करना जरूरी है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि वृदà¥à¤§à¤œà¤¨ पूरी तरह से अपने परिवार पर निरà¥à¤à¤° हो जाते हैं। कई बार उतà¥à¤¤à¤® सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं तथा अचà¥à¤›à¥€ देखà¤à¤¾à¤² के बावजूद à¤à¥€ उनके जीवन में अकेलापन रहता है, जिससे तनाव की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो जाती है। उमà¥à¤° के इस पड़ाव में इंसान को अधिक देखà¤à¤¾à¤², पà¥à¤¯à¤¾à¤° और अपनों के साथ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है, परनà¥à¤¤à¥ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ की रोजगार वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, पलायन, बदलती जीवन शैली, बदलती सामाजिक वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं तथा अनà¥à¤¯ कारणों से बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤—ों à¤à¤µà¤‚ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के मधà¥à¤¯ खाई गहरी होती जा रही है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि वृदà¥à¤§à¤œà¤¨ न केवल परिवार के लिये बलà¥à¤•à¤¿ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ और समाज के लिये à¤à¥€ जरूरी है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनके पास अपने जीवन का अदà¥à¤à¥à¤¤ अनà¥à¤à¤µ होता हैं। वे समाज की अमूलà¥à¤¯ धरोहर हैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ वातावरण पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने और सहेजने के लिये सà¤à¥€ को मिलकर पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की जनसंखà¥à¤¯à¤¾ में वृदà¥à¤§ जनों की हिसà¥à¤¸à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ वरà¥à¤· 2011 में लगà¤à¤— 9 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ थी जो वरà¥à¤· 2036 तक 18 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ तक पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ की समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है इसलिये à¤à¤¾à¤°à¤¤ को निकट à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में वृदà¥à¤§ जनों के लिये जीवन की अचà¥à¤›à¥€ गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करना होगा तथा इसके लिये योजना निरà¥à¤®à¤¾à¤£ और उसका कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¨ à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ करना होगा।