शिक्षक दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती , साध्वी भगवती सरस्वती जी और मुख्यमंत्री, राजस्थान, भजनलाल शर्मा की जयपुर में दिव्य भेंटवार्ता हुई। मुख्यमंत्री ने राजस्थान की धरती पर स्वामी जी और साध्वी जी का गर्मजोशी से स्वागत अभिनन्दन किया।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
ऋषिकेश, 5 सितंबर। आज शिक्षक दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती , साध्वी भगवती सरस्वती जी और मुख्यमंत्री, राजस्थान, भजनलाल शर्मा की जयपुर में दिव्य भेंटवार्ता हुई। मुख्यमंत्री ने राजस्थान की धरती पर स्वामी जी और साध्वी जी का गर्मजोशी से स्वागत अभिनन्दन किया। स्वामी जी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि “राजस्थान की धरती हमेशा से ही वीरता और शौर्य की प्रतीक रही है। “राजस्थान की धरती ने वीर योद्धाओं को जन्म दिया है। महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चैहान, मीरा बाई, भामाशाह जैसे महान योद्धाओं की गाथाएं हमें आज भी प्रेरित करती हैं।” राजस्थान की धरती वीरता, शूरता, शौर्य, शक्ति, भक्ति, दान, बलिदान और विविध संस्कृति की धरती है। यह भूमि महान योद्धाओं और संतों की भूमि है; शौर्य, सेवा, दान व बलिदान की भूमि है और यह मीरा बाई की धरती है। स्वामी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्रीश्री भजनलाल शर्मा ने शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अद्भुत कार्य किये। उन्होंने हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचे और इसके लिए निरंतर प्रयासरत राजस्थान सरकार की सराहना करते हुये कहा कि राजस्थान को एक समृद्ध और सशक्त राज्य बनाने हेतु विलक्षण प्रयास किये जा रहे हैं। स्वामी चिदानन्द सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती को शिक्षक दिवस के अवसर पर माहेश्वरी समाज (सोसायटी), जयपुर की शिक्षा समिति द्वारा आयोजित ‘शिक्षकों का सशक्तिकरण’ समारोह में विशेष रूप से आमंत्रित किया।