Latest News

भारत के राष्ट्रपति, माननीय श्री रामनाथ कोविन्द जी की परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश, उत्तराखंड की ऐतिहासिक यात्रा


माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द जी, भारत की पहली महिला श्रीमती सविता कोविंद जी अपनी बेटी के साथ परमार्थ निकेतन की दो दिवसीय यात्रा के दौरान आज शाम गंगा आरती में सहभाग कर वैश्विक परिवार को किया सम्बोधित

रिपोर्ट  - 

माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द जी, भारत की पहली महिला श्रीमती सविता कोविंद जी अपनी बेटी के साथ परमार्थ निकेतन की दो दिवसीय यात्रा के दौरान आज शाम गंगा आरती में सहभाग कर वैश्विक परिवार को किया सम्बोधित उत्तराखंड के राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह जी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी, अन्य विशिष्ट अतिथियों और उच्चाधिकारियों ने किया सहभाग 28 नवम्बर, ऋषिकेश। भारत के राष्ट्रपति, माननीय श्री रामनाथ कोविन्द जी, भारत की पहली महिला श्रीमती सविता कोविंद जी अपनी बेटी स्वाति जी के साथ परमार्थ निकेतन आश्रम पधारे। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के पावन सान्निध्य में ऋषिकुमारों और आचार्यों ने तिलक लगाकर, पुष्प वर्षा और शंख ध्वनि से सभी का दिव्य स्वागत किया। माननीय राष्ट्रपति जी की दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा आध्यात्मिक उत्थान, पारंपरिक समारोह और उच्च स्तरीय चर्चाओं के साथ सम्पन्न हो रही है। उन्होंने आज सायंकाल परमार्थ निकेतन की विश्व विख्यात माँ गंगा जी की आरती में सहभाग कर वैश्विक परिवार को सम्बोधित किया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी के साथ चर्चा करते हुये माननीय राष्ट्रपति महोदय जी ने स्वामी जी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में चलाए जा रहे विभिन्न सेवा कार्यो पर विस्तृत चर्चा की। आज के ऐतिहासिक समारोह की शुरुआत स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और डा साध्वी भगवती सरस्वती जी द्वारा माननीय राष्ट्रपति जी और भारत की प्रथम महिला श्रीमती सविता कोविन्द जी के दिव्य अभिनन्दन के साथ हुई। स्वामी जी ने माननीय राष्ट्रपति जी का स्वागत करते हुये उनके जीवन की अविश्वसनीय जीवन यात्रा, राष्ट्र की सेवा के लिए उनकी प्रतिबद्धता और उनके अद्भुत नेतृत्व के साथ कुम्भ मेला प्रयागराज यात्रा की स्मृतियों को ताजा किया। यह यात्रा स्वयं से वयं की यात्रा है, अनेकता से एकता की यात्रा है। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने बताया कि वर्ष 1953-54 में भारत के प्रथम राष्ट्रपति श्री राजेन्द्र प्रसाद जी और डाॅ सर्वपल्ली राधा कृष्णन जी के अभिनन्दन का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ था। वर्ष 2019 प्रयागराज कुम्भ मेला में परमार्थ निकेतन शिविर में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी का अभिनन्दन और सान्निध्य का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। आज के दिव्य कार्यक्रम में मां गंगा, सभी जल निकायों और हमारी प्रकृति, पर्यावरण के संरक्षण और संवर्द्धन हेतु पूज्य स्वामी जी से प्रेरित होकर विश्व प्रसिद्ध ग्रैमी पुरस्कार नामांकित, भक्ति गायिका स्नातम कौर द्वारा लिखित और उनके साथ ही ग्रैमी पुरस्कार नामांकित देवा प्रेमल और मितेन, कृष्णा दास, सीसी व्हाइट और अन्य साथियों द्वारा गाया गया एक दिव्य गान ‘गंगा गान’ (गंगा एंथम) गंगा आरती के दौरान प्रस्तुत किया। यह गंगा गान हम सभी का आह्वान करते हुये संदेश देता है कि इस पवित्र नदी के जल को प्रदूषण से बचाने और संरक्षित करने के लिए मिलकर काम करें और अपनी नदी के स्वच्छ और स्वस्थ प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करें। राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने कहा माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने कहा कि माँ गंगा के समीप गंगा आरती में सम्मिलित सभी भाईयों और बहनों ये सचमुच में भावविभोर और हृदय को स्पर्श करने वाले क्षण है। मेरी कई वर्षो से इच्छा थी कि मैं इस गंगा आरती में सम्मिलित हो सकूं। कोरोना के कारण भी कार्यक्रम टलते गये लेकिन आज मुझे प्रसन्नता है कि जो मेरा अधूरा कार्य था वो आज पूरा हो गया।

Related Post