परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने आज विजय दिवस के अवसर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के जाबाज़ सैनिकों को à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤œà¤‚लि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि हमारे सैनिक अपने जीवन, करà¥à¤® और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से अनगिनत यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करते है। हमारे जाबाज़ सैनिक अपना जीवन अपने परिवार के लिये नहीं बलà¥à¤•à¤¿ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लिये समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हैं। विजय दिवस à¤à¤¾à¤°à¤¤ के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के लिये à¤à¤• मिसाल है।
रिपोर्ट - ऑल नà¥à¤¯à¥‚ज़ बà¥à¤¯à¥‚रो
ऋषिकेश, 16 दिसमà¥à¤¬à¤°à¥¤ परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने आज विजय दिवस के अवसर पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के जाबाज़ सैनिकों को à¤à¤¾à¤µà¤à¥€à¤¨à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤œà¤‚लि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि हमारे सैनिक अपने जीवन, करà¥à¤® और राषà¥à¤Ÿà¥à¤° à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से अनगिनत यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करते है। हमारे जाबाज़ सैनिक अपना जीवन अपने परिवार के लिये नहीं बलà¥à¤•à¤¿ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के लिये समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हैं। विजय दिवस à¤à¤¾à¤°à¤¤ के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के लिये à¤à¤• मिसाल है। आज विजय दिवस के अवसर पर सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने देशवासियों का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि देव à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से पहले देश à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ जरूरी है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का à¤à¤• मजबूत लोकतंतà¥à¤° है इसे और मजबूत बनाने के लिये हर दिल में देश à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ का दीप जलाना होगा। à¤à¤¾à¤°à¤¤ देश विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, वरà¥à¤—ो, वरà¥à¤£à¥‹, à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं, वेशà¤à¥‚षाओं à¤à¤µà¤‚ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं का सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° बगीचा है। इस à¤à¤•à¤¤à¤¾, अखंडता और सदà¥à¤à¤¾à¤µ से यà¥à¤•à¥à¤¤ बगीचे को बनाये रखने के लिये सà¤à¥€ नागरिकों को अपने राषà¥à¤Ÿà¥à¤° के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¦à¥à¤§ होना होगा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि अपने देश को चमन बनाने के लिये तथा उसमें अमन और शानà¥à¤¤à¤¿ बनी रहे इसलिये सबको सदैव पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ करते रहना होगा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहा कि हम तà¤à¥€ तक सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ है जब तक हमारा देश सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ है इसलिये अपनी-अपनी देव à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ करे परनà¥à¤¤à¥ देश à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ पहले हो। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी महाराज ने कहा कि ’’à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤• à¤à¥‚मि का टà¥à¤•à¤¡à¤¾ नहीं है बलà¥à¤•à¤¿ à¤à¤¾à¤°à¤¤, तो à¤à¤• जीता जागता राषà¥à¤Ÿà¥à¤° है, à¤à¤¾à¤°à¤¤, शानà¥à¤¤à¤¿ की धरती है और शानà¥à¤¤à¤¿ का पैगाम देती है। हमारा तो मंतà¥à¤° à¤à¥€ ऊठशानà¥à¤¤à¤¿à¤ƒ, शानà¥à¤¤à¤¿à¤ƒ, शानà¥à¤¤à¤¿à¤ƒ है और ये शानà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ सब के लिये है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी महाराज ने देश के यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का आहà¥à¤µà¤¾à¤¨ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि अपनी जड़ों से जà¥à¥œà¥‡ रहें। जब तक हम à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ इतिहास से नहीं जà¥à¥œà¥‡à¤‚गे तब तक उसकी दिवà¥à¤¯, à¤à¤µà¥à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के विषय में जानकारी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नहीं कर पायेंगे। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की गौरवमयी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को जानने के लिये उसके इतिहास को जानना बहà¥à¤¤ जरूरी है। इस गौरवशाली संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ करना केवल सैनिकों का ही करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• देशवासी का करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है। वरà¥à¤· 1971 के यà¥à¤¦à¥à¤§ में पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ की विजय की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। वरà¥à¤· 2021 में विजय दिवस के 51 वरà¥à¤· पूरे हो गठहैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ यà¥à¤¦à¥à¤§ सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• उन सà¤à¥€ सैनिकों को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आजादी के बाद देश की रकà¥à¤·à¤¾ के लिये अपना जीवन बलिदान कर दिया। साथ ही यह सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• उन सैनिकों की à¤à¥€ याद दिलाता है जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शांति अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में बलिदान दिया है।