विशà¥à¤µà¤µà¤‚दà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤°à¥à¤· में देवà¤à¥‚मि के रूप में पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• नगरी शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र में महिला-उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨, शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र संसà¥à¤¥à¤¾ ने अपना सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® आयोजित किया। आयोजन में उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को मधà¥à¤¯à¥‡à¤¨à¤œà¤° रखते हà¥à¤¯à¥‡ मांगल-गीत ,जनगीत , कविता-पाठ, वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯, समà¥à¤®à¤¾à¤¨-समारोह आदि कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® रखे गये।
रिपोर्ट - अंजना à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²
विशà¥à¤µà¤µà¤‚दà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤°à¥à¤· में देवà¤à¥‚मि के रूप में पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ की à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• नगरी शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र में महिला-उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨, शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र संसà¥à¤¥à¤¾ ने अपना सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® आयोजित किया। आयोजन में उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को मधà¥à¤¯à¥‡à¤¨à¤œà¤° रखते हà¥à¤¯à¥‡ मांगल-गीत ,जनगीत , कविता-पाठ, वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯, समà¥à¤®à¤¾à¤¨-समारोह आदि कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® रखे गये। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का विधिवतॠपà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¨ और सरसà¥à¤µà¤¤à¥€- वनà¥à¤¦à¤¨à¤¾ से किया गया। मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ कà¥à¤¸à¥à¤®à¤²à¤¤à¤¾ बिषà¥à¤Ÿ, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯à¤¾ आर सी मेमोरियल पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•à¥‚ल ,विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि शà¥à¤°à¥€ जितेनà¥à¤¦à¥à¤° धीरवाण निदेशक लकà¥à¤·à¥à¤¯ कोचिंग इनà¥à¤¸à¤¿à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र à¤à¤µà¤‚ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ रमा अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² ने दीप पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ करके कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठकिया। पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ कवयितà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ अंशी कमल ने अपने कोमल और मधà¥à¤° कंठसे सà¥à¤µà¤°à¤šà¤¿à¤¤ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€- वनà¥à¤¦à¤¨à¤¾ गाई।जिसे सà¥à¤¨ कर सà¤à¥€ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾ मंतà¥à¤°à¤®à¥à¤—à¥à¤§ हो गये। इस अवसर पर मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि à¤à¤µà¤‚ विशिषà¥à¤Ÿ अतिथि का बैज अलंकरण किया गया और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शाल ओढ़ाकर कर समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। इस अवसर पर कोरोना काल में समाज की मदद करने में अगà¥à¤°à¤£à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ रमा अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² का महिला-उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र समूह ने कोरोना वारियर के रूप में समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया।मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ à¤à¤µà¤‚ विशिषà¥à¤Ÿà¤¾à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनका बैज पहना कर और शाल आढ़ा कर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया। हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ है। पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ जब à¤à¥‚मती है तो हम à¤à¥€ आनंदित हो उठते हैं।यह आनंद पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ होता है - गीतों के रूप में।महिला समूह ने à¤à¥€ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के आनंद को मांगल गीत और दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की आधी आबादी के गौरव और महतà¥à¤¤à¤¾ के गीत गाने वाले शà¥à¤°à¥€ लोकेश नवानी जी के जन गीत "धूप में बादल घटा ठंडी पवन हैं लड़कियाà¤" को गाकर पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ किया और शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं को आननà¥à¤¦à¤¿à¤¤ और à¤à¤¾à¤µà¥à¤• होने पर विवश कर दिया। जनसरोकारों पर अपनी लेखनी चलाने वाली ,पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ रीजनल रिपोरà¥à¤Ÿà¤° की समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• और महिला सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ की जà¥à¤µà¤²à¤¨à¥à¤¤ उदाहरण शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ गंगा असनोड़ा थपलियाल ने पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ लेखिका मनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ और कहानियों पर विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से चरà¥à¤šà¤¾ की।इस अवसर पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मृदà¥à¤²à¤¾ गरà¥à¤— का à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया। महिला-उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ सदैव महिला पहल, उसके योगदान ,उसकी उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ और उसको अवसर दिये जाने की बात करता है। इसी धà¥à¤¯à¥‡à¤¯ को सामने रख कर इस अवसर पर à¤à¤• कविसमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ à¤à¥€ रखा गया ,जिसमें विविध रंगों से à¤à¤°à¥€ कविताओं का आननà¥à¤¦ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं ने लिया। सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® कविता-पाठके लिये लकà¥à¤·à¤®à¥‹à¤²à¥€ बागवान से आई गंगापà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€,समाजसेवी ,समाज में हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की समानता की पकà¥à¤·à¤§à¤° शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ मधॠà¤à¥à¤¨à¤à¥à¤¨à¤µà¤¾à¤²à¤¾ ने अपनी कोरोना काल पर लिखी कविता "ना कोई पासपोरà¥à¤Ÿ ना कोई वीजा ---।" कविता सà¥à¤¨à¤¾ कर शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं का दिल जीत लिया।रा0बा0 इनà¥à¤Ÿà¤° काॅलेज पौड़ी की गृहविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ ननà¥à¤¦à¤¾ बमराड़ा ने सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° अनà¥à¤¦à¤¾à¤œ में " इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤®à¤£à¤¿ बडोनी जी और नारी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ " पर कविता पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ कमला और पà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿ सेमवाल जी ने बड़े ही मीठे अनà¥à¤¦à¤¾à¤œ में दारà¥à¤¶à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¥€ कविता पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की।पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ साईनी कृषà¥à¤£ सेमवाल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ " विपिन रावत जी की शहादत पर लिखी मारà¥à¤®à¤¿à¤• कविता को लय के साथ कà¥à¤› इस à¤à¤¾à¤µ से गाया गया कि पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾ की आà¤à¤– नम हो गई। कà¥à¤› कà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ तक सà¤à¤¾à¤—ार में सनà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤¾ छा गया। उनकी शहादत के कà¥à¤·à¤£ जीवनà¥à¤¤ हो गये।अनà¥à¤¤ में शिकà¥à¤·à¤¿à¤•à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ अंशी कमल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ "नये साल " में देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ ही हमारा पà¥à¤°à¤¥à¤® उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ होना चाहिये ,के à¤à¤¾à¤µ से à¤à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ कविता गाई गई, जिसे सà¥à¤¨ कर सà¤à¥€ à¤à¤¾à¤µà¤µà¤¿à¤à¥‹à¤° हो उठे। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में गायतà¥à¤°à¥€à¤¤à¥€à¤°à¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आयोजित संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿- जà¥à¤žà¤¾à¤¨ -परीकà¥à¤·à¤¾ के पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤ªà¤¤à¥à¤°, सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤šà¤¿à¤¹à¥à¤¨ और साहितà¥à¤¯ à¤à¥€ वितरित किया गया। अतिथियों ने अपने उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की à¤à¥‚रि-à¤à¥‚रि पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा करते हà¥à¤¯à¥‡ महिला उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ की गई पहल की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की।उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह à¤à¥€ कहा कि महिला -उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ को वे आगामी कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में अपना पूरा सहयोग देंगे।कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨ की सà¤à¥€ सदसà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚,सà¥à¤¶à¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¾ कालड़ा, आशा बिषà¥à¤Ÿ,गीता सबरवाल, उपासना करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•, अंजना घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤²,हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ टाइमà¥à¤¸ के संवाददाता डा0शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ उनियाल , कांति ,परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ डा0 जितेनà¥à¤¦à¥à¤° बà¥à¤Ÿà¥‹à¤²à¤¾ , समाज सेवी शिकà¥à¤·à¤• महेश गिरि, वरिषà¥à¤ कवि देवेनà¥à¤¦à¥à¤° उनियाल, शिकà¥à¤·à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤•à¤° बाबà¥à¤²à¤•à¤° , वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶ अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•, शिकà¥à¤·à¤• और छातà¥à¤° उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¥€à¤•à¤°à¤£, अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ और उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ में यह कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¤à¤ƒ सफल रहा। महिला-उतà¥à¤¤à¤°à¤œà¤¨,शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¾ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ उमा घिलà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾à¤² ने उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ अतिथियों और शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया। स॓चालन à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अनà¥à¤¤ में पà¥à¤°à¤¥à¤® सी डी à¤à¤¸ विपिन रावत और मनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ को दो मिनट मौन रह कर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि दी गई।