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श्रीनगर में महिला-उत्तरजन, श्रीनगर संस्था ने अपना सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया।


विश्ववंद्य भारतवर्ष में देवभूमि के रूप में प्रसिद्ध उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक नगरी श्रीनगर में महिला-उत्तरजन, श्रीनगर संस्था ने अपना सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया। आयोजन में उत्तरजन के उद्देश्यों को मध्येनजर रखते हुये मांगल-गीत ,जनगीत , कविता-पाठ, वक्तव्य, सम्मान-समारोह आदि कार्यक्रम रखे गये।

रिपोर्ट  - à¤…ंजना भट्ट घिल्डियाल

विश्ववंद्य भारतवर्ष में देवभूमि के रूप में प्रसिद्ध उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक नगरी श्रीनगर में महिला-उत्तरजन, श्रीनगर संस्था ने अपना सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया। आयोजन में उत्तरजन के उद्देश्यों को मध्येनजर रखते हुये मांगल-गीत ,जनगीत , कविता-पाठ, वक्तव्य, सम्मान-समारोह आदि कार्यक्रम रखे गये। कार्यक्रम का विधिवत् प्रारम्भ दीप प्रज्वलन और सरस्वती- वन्दना से किया गया। मुख्य अतिथि श्रीमती कुसुमलता बिष्ट, प्रधानाचार्या आर सी मेमोरियल पब्लिक स्कूल ,विशिष्ट अतिथि श्री जितेन्द्र धीरवाण निदेशक लक्ष्य कोचिंग इन्सिट्यूट श्रीनगर एवं व्यवसायी श्रीमती रमा अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रसिद्ध कवयित्री श्रीमती अंशी कमल ने अपने कोमल और मधुर कंठ से स्वरचित सरस्वती- वन्दना गाई।जिसे सुन कर सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि का बैज अलंकरण किया गया और उन्हें शाल ओढ़ाकर कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कोरोना काल में समाज की मदद करने में अग्रणी श्रीमती रमा अग्रवाल का महिला-उत्तरजन श्रीनगर समूह ने कोरोना वारियर के रूप में सम्मान किया।मुख्यातिथि एवं विशिष्टातिथि द्वारा उनका बैज पहना कर और शाल आढ़ा कर स्वागत किया गया। हमारी संस्कृति प्रकृति की संस्कृति है। प्रकृति जब झूमती है तो हम भी आनंदित हो उठते हैं।यह आनंद प्रकट होता है - गीतों के रूप में।महिला समूह ने भी कार्यक्रम के आनंद को मांगल गीत और दुनिया की आधी आबादी के गौरव और महत्ता के गीत गाने वाले श्री लोकेश नवानी जी के जन गीत "धूप में बादल घटा ठंडी पवन हैं लड़कियाँ" को गाकर प्रकट किया और श्रोताओं को आनन्दित और भावुक होने पर विवश कर दिया। जनसरोकारों पर अपनी लेखनी चलाने वाली ,प्रतिष्ठित पत्रिका रीजनल रिपोर्टर की सम्पादक और महिला सशक्तिकरण की ज्वलन्त उदाहरण श्रीमती गंगा असनोड़ा थपलियाल ने प्रसिद्ध लेखिका मन्नू भण्डारी के उपन्यासों और कहानियों पर विस्तार से चर्चा की।इस अवसर पर उन्होंने मृदुला गर्ग का भी उल्लेख किया। महिला-उत्तरजन सदैव महिला पहल, उसके योगदान ,उसकी उन्नति और उसको अवसर दिये जाने की बात करता है। इसी ध्येय को सामने रख कर इस अवसर पर एक कविसम्मेलन भी रखा गया ,जिसमें विविध रंगों से भरी कविताओं का आनन्द श्रोताओं ने लिया। सर्वप्रथम कविता-पाठ के लिये लक्षमोली बागवान से आई गंगाप्रेमी,समाजसेवी ,समाज में हर प्रकार की समानता की पक्षधर श्रीमती मधु झुनझुनवाला ने अपनी कोरोना काल पर लिखी कविता "ना कोई पासपोर्ट ना कोई वीजा ---।" कविता सुना कर श्रोताओं का दिल जीत लिया।रा0बा0 इन्टर काॅलेज पौड़ी की गृहविज्ञान प्रवक्ता श्रीमती नन्दा बमराड़ा ने सुन्दर अन्दाज में " इन्द्रमणि बडोनी जी और नारी सामर्थ्य " पर कविता प्रस्तुत की। श्रीमती कमला और प्रीति सेमवाल जी ने बड़े ही मीठे अन्दाज में दार्शनिक भावों से भरी कविता प्रस्तुत की।प्रवक्ता श्रीमती साईनी कृष्ण सेमवाल द्वारा " विपिन रावत जी की शहादत पर लिखी मार्मिक कविता को लय के साथ कुछ इस भाव से गाया गया कि प्रत्येक श्रोता की आँख नम हो गई। कुछ क्षणों तक सभागार में सन्नाटा छा गया। उनकी शहादत के क्षण जीवन्त हो गये।अन्त में शिक्षिका श्रीमती अंशी कमल द्वारा "नये साल " में देशभक्ति ही हमारा प्रथम उद्देश्य होना चाहिये ,के भाव से भरी हुई कविता गाई गई, जिसे सुन कर सभी भावविभोर हो उठे। कार्यक्रम में गायत्रीतीर्थ शांतिकुंज द्वारा आयोजित संस्कृति- ज्ञान -परीक्षा के प्रमाणपत्र, स्मृतिचिह्न और साहित्य भी वितरित किया गया। अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुये महिला उत्तरजन श्रीनगर के द्वारा की गई पहल की प्रशंसा की।उन्होंने यह भी कहा कि महिला -उत्तरजन को वे आगामी कार्यक्रमों में अपना पूरा सहयोग देंगे।कार्यक्रम में उत्तरजन की सभी सदस्यायें,सुश्री प्रेमा कालड़ा, आशा बिष्ट,गीता सबरवाल, उपासना कर्नाटक, अंजना घिल्डियाल,हिन्दुस्तान टाइम्स के संवाददाता डा0श्रीकृष्ण उनियाल , कांति ,पर्यावरण प्रेमी डा0 जितेन्द्र बुटोला , समाज सेवी शिक्षक महेश गिरि, वरिष्ठ कवि देवेन्द्र उनियाल, शिक्षक प्रभाकर बाबुलकर , व्यवसायी सुरेश अग्रवाल विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक और छात्र उपस्थित थे।प्रस्तुतीकरण, अनुशासन और उद्देश्यों की प्राप्ति में यह कार्यक्रम सम्पूर्णतः सफल रहा। महिला-उत्तरजन,श्रीनगर की अध्यक्षा श्रीमती उमा घिल्डियाल ने उपस्थित अतिथियों और श्रोताओं का धन्यवाद किया। स॓चालन भी उन्हीं के द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में प्रथम सी डी एस विपिन रावत और मन्नू भण्डारी को दो मिनट मौन रह कर श्रद्धांजलि दी गई।

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