अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ महासà¤à¤¾, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महाराणा पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª का बलिदान दिवस शौरà¥à¤¯ दिवस के रूप में मनाया गया। राजपूत पंचायत धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ के पृथà¥à¤µà¥€à¤°à¤¾à¤œ चैहान सà¤à¤¾à¤—ार मे यजà¥à¤ž à¤à¤µà¤‚ अगà¥à¤°à¤œà¤¨ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के साथ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया गया। यजà¥à¤ž के बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤¾ वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾ संकाय, गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² कांगडी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पूरà¥à¤µ डीन पà¥à¤°à¥‹0 à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚षण के सानिधà¥à¤¯ मे समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°-19 जनवरी, 2020 अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ महासà¤à¤¾, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ महाराणा पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª का बलिदान दिवस शौरà¥à¤¯ दिवस के रूप में मनाया गया। राजपूत पंचायत धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾ के पृथà¥à¤µà¥€à¤°à¤¾à¤œ चैहान सà¤à¤¾à¤—ार मे यजà¥à¤ž à¤à¤µà¤‚ अगà¥à¤°à¤œà¤¨ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के साथ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया गया। यजà¥à¤ž के बà¥à¤°à¤¹à¤®à¤¾ वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥à¤¯ विदà¥à¤¯à¤¾ संकाय, गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² कांगडी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पूरà¥à¤µ डीन पà¥à¤°à¥‹0 à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚षण के सानिधà¥à¤¯ मे समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ महाराणा पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª के 423 वे बलिदान दिवस पर आयोजित कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सेवक संघ के जिला संघचालक रोहिताशà¥à¤µ कà¥à¤µà¤‚र ने कहाॅ कि महाराणा पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª आदिवासियों के साथ उनके सà¥à¤– दà¥à¤– मे काम आते थे। आदिवासी à¤à¤µà¤‚ वनवासी लोगों के लिये वे महाराणा न होकर किका नाम से जाने जाते थे। इन आदिवासी à¤à¤µà¤‚ वनवासी लोगों को साथ लेकर महाराणा ने à¤à¤• सेना तैयार की जिसने मà¥à¤—ल शासक से विजय दिलाई। उनà¥à¤¹à¥‹à¥‡à¤¨à¥‡ महाराणा पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª के जीवन चरितà¥à¤° को à¤à¤• कविता के माधà¥à¤¯à¤® से à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया। जिसमे उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहाॅ कि महापà¥à¤°à¥‚षों की इस धरती को चनà¥à¤¦à¤¨ सा महकायेगे, चिर विजय की कामना ले आगे बढते जायेगे। पà¥à¤°à¥‹0 à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚षण ने अपने वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ मे कहाॅ कि महाराणा पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª शौरà¥à¤¯, यश, पराकà¥à¤°à¤® à¤à¤µà¤‚ कीरà¥à¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¥‚रà¥à¤¤à¤¿ थे। हम सà¤à¥€ को उनके चरितà¥à¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेकर उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिखाये मारà¥à¤— पर चलने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना चाहिये। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कहाॅ कि उपनिषदों मे शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤® ने वनवास के समय à¤à¥€à¤² निषादराज गौह, शबरी तथा अनà¥à¤¯ जातियों का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया जिसके बल पर राम मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥‚षोतम कहलाये जाते है। इस अवसर पर आयोजन समिति दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रोहिताशà¥à¤µ कà¥à¤µà¤‚र तथा पà¥à¤°à¥‹0 à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¥‚षण का मालà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤°à¥à¤£ à¤à¤µà¤‚ अंगवसà¥à¤¤à¥à¤° देकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया गया। अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ महासà¤à¤¾, हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· यशपाल सिंह राणा ने कहाॅ कि महापà¥à¤°à¥‚षों से पग पग पर पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेने की हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ हमारे जीवन को उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ की ओर आगे ले जाती है। महासचिव डाॅ0 शिवकà¥à¤®à¤¾à¤° चैहान ने कहाॅ कि कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ का खून तो खोलता है परनà¥à¤¤à¥ हम कलà¥à¤ªà¤¾à¤“ं मे खो जाते है। इसलिये संगठन गडे चलो, सà¥à¤ªà¤¥ पर बढे चलो को मिशन मानकर आज हम सà¤à¥€ को ओर दृढता से संगठन की मजबूती à¤à¤µà¤‚ समाज के सà¥à¤§à¤¾à¤° के कारà¥à¤¯ का संकलà¥à¤ª लेकर जाना महाराणा के बलिदान के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ सचà¥à¤šà¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤‚जलि होगी। अतिथियों का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ जà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ योगेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¤¾à¤² सिंह राठौर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। इस अवसर पर लोकेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¤¾à¤² सिंह, पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¸à¤¿à¤¹ राणा, कोषाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· योगेनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¤¾à¤² सिंह राठौर, नरेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह चैहान, डाॅ0 बिजेनà¥à¤¦à¥à¤° सिंह चैहान, मनवीर सिंह, विजयपाल सिंह राणा, मदनपाल सिंह, अरूण राणा, रवि पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ª सिंह, अजय चैहान, राजीव चैहान, संजीव चैहान आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।