आतंकवाद के पीड़ितों को याद करने और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि देने हेतॠसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है आज आज का दिन। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि इस समय पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को शानà¥à¤¤à¤¿ की नितांत आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है इसलिये हमें आतंकवाद से अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤µà¤¾à¤¦ की ओर बà¥à¤¨à¤¾ होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आंतकवाद किसी à¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान नहीं है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 21 अगसà¥à¤¤à¥¤ आतंकवाद के पीड़ितों को याद करने और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि देने हेतॠसमरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ है आज आज का दिन। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने कहा कि इस समय पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को शानà¥à¤¤à¤¿ की नितांत आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है इसलिये हमें आतंकवाद से अधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤µà¤¾à¤¦ की ओर बà¥à¤¨à¤¾ होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आंतकवाद किसी à¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान नहीं है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि ’’परोपकार की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ और मानवीय मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ जीवन जीने से ही आतà¥à¤®à¤¿à¤• शानà¥à¤¤à¤¿ और विशà¥à¤µ शानà¥à¤¤à¤¿ का मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ हो सकता हैैै।’’ शानà¥à¤¤à¤¿ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ से तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ केवल आंतरिक à¤à¤µà¤‚ बाहà¥à¤¯ संघरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾; हमारी सीमायें सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ हो यही तक सीमित नहीं हैं बलà¥à¤•à¤¿ सामाजिक सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾, जलवायॠपरिवरà¥à¤¤à¤¨, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को मौलिक सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो तथा सà¤à¥€ को गरिमामय जीवन जीने का अधिकार मिले यह à¤à¥€ शामिल हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने कहा कि शांति की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ केवल संवाद से सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ नहीं हो सकती उसके लिये सतत, समावेशी और टिकाऊ विकास (ससà¥à¤Ÿà¥‡à¤¨à¥‡à¤¬à¤² डेवलपमेंट), वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾, मानवीय गरिमा और मानवाधिकारों का कठोरता से पालन करते हà¥à¤¯à¥‡ सà¤à¥€ को मिलकर सकारातà¥à¤®à¤• दिशा में पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना होगा तà¤à¥€ शांति की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ की जा सकती है। शांति बनाठरखने के लिठसà¤à¥€ को पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कà¥à¤·à¤£ और अपनी हर शà¥à¤µà¤¾à¤¸ के साथ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करना होगा जिससे à¤à¤• बेहतर गà¥à¤°à¤¹ और बेहतर à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ निरà¥à¤®à¤¾à¤£ की दिशा में बà¥à¤¾ जा सकता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि सà¤à¥€ मतà¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ और परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से ऊपर उठकर ही मानवता और शानà¥à¤¤à¤¿ के लिये कारà¥à¤¯ किया जा सकता हैं। परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बदले या न बदले परनà¥à¤¤à¥ मनःसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बदलेगी तो शानà¥à¤¤à¤¿ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होगी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि आज जो विकास हो रहा कि वह मानव की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं के लिये हो रहा हैं परनà¥à¤¤à¥ वह कई अरà¥à¤¥à¥‹ मंे मानव जीवन को विनाश के रासà¥à¤¤à¥‡ पर à¤à¥€ ले जाने का कारà¥à¤¯ कर रहा हैं इसलिये हमारे विकास का मारà¥à¤— और तकनीक पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से अनà¥à¤•à¥‚ल हो वही मानवता के लिये à¤à¥€ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥€ और बेहतर होगा।