जीवन चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ संघरà¥à¤· से जà¥à¤¡à¥€ à¤à¤• यातà¥à¤°à¤¾ है। जिसमे लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ को उददेशà¥à¤¯ मानकर चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जीतने वाला ही शूरमा कहलाता है। आज आम आदमी शारीरिक असफलता होने पर हताशा और निराशा की गिरफà¥à¤¤ में आ जाता है जिससे बचा शेष जीवन उसे बोठदिखने लगता है।
रिपोर्ट - आल नà¥à¤¯à¥‚ज़ à¤à¤¾à¤°à¤¤
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°-07 मारà¥à¤š 2020, जीवन चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ संघरà¥à¤· से जà¥à¤¡à¥€ à¤à¤• यातà¥à¤°à¤¾ है। जिसमे लकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ को उददेशà¥à¤¯ मानकर चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जीतने वाला ही शूरमा कहलाता है। आज आम आदमी शारीरिक असफलता होने पर हताशा और निराशा की गिरफà¥à¤¤ में आ जाता है जिससे बचा शेष जीवन उसे बोठदिखने लगता है। इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ मे जीवन को à¤à¤• रोशनी की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है। जो उसे निराशा से ऊबार सके। à¤à¥‡à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¤• घटनाकà¥à¤°à¤® को यदि किसी फिलà¥à¤® के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के समकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया जायेगा तो यह अधिक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤•à¤¾à¤°à¥€ होता है। इसी उददेशà¥à¤¯ से गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² कांगडी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के शारीरिक शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ खेल विà¤à¤¾à¤— ने सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• गतिविधियों के माधà¥à¤¯à¤® से फिलà¥à¤® शूरमा का फिलà¥à¤®à¤¾à¤‚कन पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤° के माधà¥à¤¯à¤® से विà¤à¤¾à¤—ीय समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ ककà¥à¤· मे किया गया। फिलà¥à¤® की कहानी वरà¥à¤· 2016 मे अरà¥à¤œà¥à¤¨ अवारà¥à¤¡ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हॉकी खिलाडी संदीप कà¥à¤®à¤¾à¤° पर आधारित है। जिनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ कमर में गोली लगने के कारण हà¥à¤¯à¥‡ असहाय शरीर को अपनी दृढ इचà¥à¤›à¤¾ शकà¥à¤¤à¤¿ के बल पर फिर से कामयाबी पर पहà¥à¤‚चाया तथा à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ हॉकी खिलाडी के सफल खिलाडी के रूप में अपने आप को सिदà¥à¤§ किया। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ मे हरियाणा सरकार मे यà¥à¤µà¤¾ à¤à¤µà¤‚ खेल मंतà¥à¤°à¥€ के रूप में खिलाडियों à¤à¤µà¤‚ उनकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ को तराशने का कारà¥à¤¯ कर रहे है। इससे पूरà¥à¤µ डीन, छातà¥à¤° कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¥‹0 आर0के0à¤à¤¸0 डागर ने सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ करते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि फिलà¥à¤® à¤à¤• सशकà¥à¤¤ माधà¥à¤¯à¤® है जो जीवन पर गहरी छाप छोडती है। तीन घंटे के समय में जीवन के सà¤à¥€ पहलà¥à¤“ं को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤¯à¥‡ चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹ का सामना करने का तरीका समठमें आता है। मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ असिसà¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° डॉ० शिवकà¥à¤®à¤¾à¤° चैहान ने कहा कि फिलà¥à¤® के माधà¥à¤¯à¤® से जीवन मे मूलà¤à¥‚त परिवरà¥à¤¤à¤¨ होते है। ये परिवरà¥à¤¤à¤¨ कà¤à¥€-कà¤à¥€ आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤œà¤¨à¤• परिणाम पैदा करते है। इसलिये फिलà¥à¤®à¥‹ के माधà¥à¤¯à¤® से होने वाले मनोरंजन से तनाव दूर होता है। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का संचालन कनिक दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया। इस अवसर पर डॉ० अजय मलिक, डॉ० कपिल मिशà¥à¤°à¤¾, डॉ० अनà¥à¤œ कà¥à¤®à¤¾à¤°, सà¥à¤¨à¥€à¤² कà¥à¤®à¤¾à¤°, पà¥à¤°à¤£à¤µà¥€à¤° सिंह, दà¥à¤·à¥à¤¯à¤‚त सिंह राणा, संतोष रॉय, अशà¥à¤µà¤¨à¥€ कà¥à¤®à¤¾à¤°, धरà¥à¤®à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° बिषà¥à¤Ÿ आदि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे।