सेवाज्ञ संस्थानम का राष्ट्रीय उपक्रम एवं विमर्श का महाकुंभ युवा धर्म संसद के आयोजन को लेकर एक विशेष प्रेस वार्ता आयोजित हुई। युवा धर्म संसद, धर्म- संस्कृति और राष्ट्र के भारतीय विचार को युवाओं के लिये स्पष्ट करने का एक वार्षिक उपक्रम है।
रिपोर्ट - आल न्यूज़ भारत
हरिद्वार स्थित प्रेस क्लब में सेवाज्ञ संस्थानम का राष्ट्रीय उपक्रम एवं विमर्श का महाकुंभ युवा धर्म संसद के आयोजन को लेकर एक विशेष प्रेस वार्ता आयोजित हुई। युवा धर्म संसद, धर्म- संस्कृति और राष्ट्र के भारतीय विचार को युवाओं के लिये स्पष्ट करने का एक वार्षिक उपक्रम है। जिसका उद्देश्य युवाओं के मध्य धर्म और अध्यात्म के वास्तविक स्वरूप और समाज व राष्ट्र के समसामयिक विषयों पर उनके विचारों को परिष्कृत और स्पष्ट करने का प्रयास करता है। यह राष्ट्रीय संगोष्ठी स्वामी विवेकानन्द के शिकागो धर्म सम्मेलन में दिये गये उद्बोधन को लक्ष्य करके की जाती है। आयोजित होने जा रहे युवा धर्म संसद में देश भर के लगभग २४ राज्यों से शिक्षार्थी, शिक्षक, शिक्षाविद, मनीषी, संत, सामाजिक चिंतकों का आगमन हरिद्वार में होने जा रहा है। यह दो दिवसीय आयोजन हरिद्वार स्थित पतंजलि विश्वविद्यालय के सभागार में 13 और 14 सितम्बर को आयोजित हो रहा है। इसके साथ ही कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर प्रदर्शनी का आयोजन होना है। इस आयोजन में लगभग 24 राज्यों से प्रतिभागी सम्मिलित होने वाले है। पूरे कार्यक्रम में लघु भारत का स्वरूप देखने को मिलेगा। इन सभी विषयों के अध्येता विद्वान, देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के कुलपति, आचार्य, पूज्य संतों का मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद प्राप्त होगा। कार्यक्रम में एक स्वस्थ्य संवाद स्थापित हो एवं देश भर से आए युवाओं के अंदर उठ रहे कोलाहल को शांत करने एवं उनको कर्त्तव्य पारायण बनाने के उद्देश्य से हर संभव प्रयास किया जाएगा। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख श्री सुनील आम्बेकर, योगऋषि स्वामी रामदेव, आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरण, श्रीराम मंदिर न्यास के महासचिव चम्पत राय की उपस्थिति रहेगी। कार्यक्रम के अन्तर्गत आयोजित हो रहे सत्रों में मुकुल कनिटकर, आईसीपीआर के सचिव प्रो सच्चिदानंद मिश्रा, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास बरखेड़ी, गुजरात विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो नीरजा गुप्ता, रामनाथ झा जी, विश्वभूषण मिश्रा ऐसे ही देश के नामचीन व्यक्ति कई विश्वविद्यालय के कुलपति सम्मिलित होने वाले है।