Latest News

शौचालयों से 90 फीसदी महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रहीं


पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एक दशक पहले 60 फीसदी से अधिक आबादी खुले में शौच करने के लिए मजबूर थी, जो दलितों, पिछड़े वर्गों और आदिवासी समुदायों का अपमान और महिलाओं के लिए असुविधा का एक प्रमुख कारण था।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एक दशक पहले 60 फीसदी से अधिक आबादी खुले में शौच करने के लिए मजबूर थी, जो दलितों, पिछड़े वर्गों और आदिवासी समुदायों का अपमान और महिलाओं के लिए असुविधा का एक प्रमुख कारण था। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट बताती है कि 90 फीसदी से अधिक महिलाएं घरेलू शौचालयों के निर्माण के कारण सुरक्षित महसूस करती हैं। उन्होंने कहा, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डायरिया से होने वाली मौतों को कम करके 2014 और 2019 के बीच 300,000 लोगों की जान बचाने का श्रेय इस मिशन को दिया है।

ADVERTISEMENT

Related Post