100 दिवीय नि-क्षय शिविर अभियान के अनुश्रवण के सिलसिले में जनपद पहुंची सेंट्रल टीबी डिवीजन की टीम ने चिकित्सालय इकाईयों व क्षेत्र में आयोजित शिविरों का निरीक्षण कर अभियान का जायजा लिया।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
रुद्रप्रयाग 27 दिसंबर, 2024, 100 दिवीय नि-क्षय शिविर अभियान के अनुश्रवण के सिलसिले में जनपद पहुंची सेंट्रल टीबी डिवीजन की टीम ने चिकित्सालय इकाईयों व क्षेत्र में आयोजित शिविरों का निरीक्षण कर अभियान का जायजा लिया। इस दौरान जिला चिकित्सालय स्थित डीटीसी में आयोजित बैठक में केंद्रीय टीम द्वारा अभियान की विस्तृत समीक्षा करते हुए जरूरी सुझाव दिए। नेशनल कंसल्टेंट, सीटीडी डाॅ. रनजीत, डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट डाॅ. अरविंद ने गुरुवार को डीटीसी जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखोली, आयुष्मान आरोग्य मंदिर जाखाल तथा जखोली ब्लाक के दूरस्थ क्षेत्र पौंठी में आयोजित नि-क्षय शिविर का स्थलीय भ्रमण कर 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान के तहत होने वाली गतिविधियों के दौरान जाने वाली सेवाओं का मूल्यांकन किया। साथ ही अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक कर अभियान की समीक्षा करते हुए रिपोर्टिंग बढाने, जागरूकता व प्रचार-प्रसार गतिविधि तथा जनभागीदारी बढाने के सुझाव रखे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम प्रकाश द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में गत 07 दिसंबर से शुरू हुए 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान के तहत टीबी रोग को लेकर संवेदनशील आबादी जैसे पूर्व से टीबी से पीड़ित मरीज, टीबी रोगियों के घरेलू संपर्क जनों, 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों, कुपोषितों, धूम्रपान करने वाले व्यक्ति व मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों में अब तक आयोजित 123 शिविरों में 6390 लोगों की जांच की गई। अभियान के दौरान 1299 की एक्सरे व 258 की बलगम जांच की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि आगामी 24 मार्च तक चलने वाले इसक अभियान के तहत टीबी रोगियों को खोजने का प्रयास तेज करते हुए अभियान की समय-समय पर समीक्षा की जा रही है। बताया कि आशा कार्यकत्री द्वारा टीबी रोग को लेकर संवदेनशील समूह की सूची तैयार की गई है, जिसके आधार पर एनटीईपी व सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जांच शिविर लगाए जा रहे हैं। साथ ही हंस फाउंडेशन द्वारा संचालित 05 मोबाइल मेडिकल वैन, हेल्पेज इंडिया की 01 मोबाइल मेडिकल वैन व सी-19 हैंड हेल्ड एक्स-रे टीम के माध्यम से रेलवे व सड़क मार्ग सहित अन्य निर्माण साइट, हॉस्टल में भी यह अभियान निरंतर चलाया जा रहा है।