महाकुंभ में इस बार पर्यावरण के संरक्षण के लिए कई अभिनव उपाय अपनाए गए हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य सूखे, गीले और तरल कचरे का न्यूनतम उत्पादन करना और उसका समुचित निराकरण सुनिश्चित करना है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
महाकुंभ में इस बार पर्यावरण के संरक्षण के लिए कई अभिनव उपाय अपनाए गए हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य सूखे, गीले और तरल कचरे का न्यूनतम उत्पादन करना और उसका समुचित निराकरण सुनिश्चित करना है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा चलाया गया 'एक थैला-एक थाली' अभियान, जिसमें तीर्थयात्रियों को प्लास्टिक के स्थान पर कपड़े के थैले और स्टील की थाली लाने के लिए प्रेरित किया गया, इसका महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह पहल महाकुंभ के बाद भी परिवारों तक फैलने की उम्मीद है।