अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ दिवस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की समृदà¥à¤§à¤¿, विविधता और समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हेतॠमनाया जाता है। संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° संघ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इस दिवस को मनाने का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और लोगों के बीच सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करना है
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
ऋषिकेश, 16 नवंबर 2020। अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ दिवस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की समृदà¥à¤§à¤¿, विविधता और समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की अà¤à¤¿à¤µà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ हेतॠमनाया जाता है। संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° संघ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इस दिवस को मनाने का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और लोगों के बीच सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करना है तथा दूसरों के अधिकारों और सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करना। सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ न केवल à¤à¤• नैतिक करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है, बलà¥à¤•à¤¿ आज के यà¥à¤— की सबसे पà¥à¤°à¤®à¥à¤– आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ à¤à¥€ है। सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ और अहिंसा की पहल करना ही वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय की सबसे बड़ी पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ बने। परमारà¥à¤¥ निकेतन के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ चिदाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ ने कहा कि सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ से तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ सहनशीलता व धैरà¥à¤¯ से है। सहनशीलता मानव सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ के अमूलà¥à¤¯ रतà¥à¤¨à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• है। जिसके पास सहनशीलता है वह विपरीत परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ के साथ जीवन यापन कर सकता है। सहिषà¥à¤£à¥ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ में विरोध जैसा कà¥à¤› नहीं होता, वे विरोधी विचारों पर à¤à¥€ कोई पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ नहीं देते, वे हर परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को सहजता से सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर लेते हैं तथा उनके सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ में कà¥à¤°à¥‹à¤§ व ईषà¥à¤°à¥à¤¯à¤¾ नहीं बलà¥à¤•à¤¿ शानà¥à¤¤à¤¿ और सहजता होती है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ने कहा कि सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ से यà¥à¤•à¥à¤¤ सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ और संसà¥à¤•à¤¾à¤° ही आज के यà¥à¤— की सबसे बड़ी आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल से ही बहà¥à¤¤ सारी à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं, सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, धरà¥à¤®à¥‹à¤‚ और समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ से यà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° है और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का मूल मंतà¥à¤° ही ‘वसà¥à¤§à¥ˆà¤µ कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤•à¤®à¥â€™ तथा ‘सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾â€™ है, जो कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की माटी के कण-कण में ही मिली हà¥à¤ˆ है। हमारी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, संसà¥à¤•à¤¾à¤° और सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ की गहराईयों में ही सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ समाहित है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ की अपनी दिवà¥à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के कारण विशà¥à¤µ सà¥à¤¤à¤° पर à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ पहचान है। अहिंसा, सौहारà¥à¤¦, सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾, à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¤¾ और à¤à¤•à¤¤à¤¾ आदि पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ काल से ही à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के मूल ततà¥à¤µ हैं परनà¥à¤¤à¥ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में समाज में आपसी वैमनसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ बॠरही है जिसके कारण समाज में कई बार हिंसा का वातावरण विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ हो जाता है इसलिये पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ है कि समाज में अहिंसा, सौहारà¥à¤¦ और सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ का वातावरण बनाये रखने में सहयोग पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की आतà¥à¤®à¤¾ में ही सहनशीलता की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ है। हम सà¤à¥€ विविधता और सहनशीलता के साथ आगे बà¥à¥‡à¤‚ यही आज के समय की मांग à¤à¥€ है। à¤à¤•-दूसरे की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और आचार-विचार का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करें तथा ’’ओनली à¤à¤•à¥à¤¶à¤¨ - नो रिà¤à¤•à¥à¤¶à¤¨â€™â€™ को जीवन का मंतà¥à¤° बना लें। आईये आज अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ दिवस के अवसर पर संकलà¥à¤ª लें कि देश में à¤à¤•à¤¤à¤¾ और शानà¥à¤¤à¤¿ बनाये रखने में हम अपना योगदान पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करेंगे। 1993 में, यूनेसà¥à¤•à¥‹ की पहल पर, संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° ने 1995 को ईयर फॉर टॉलरेंस रूप में घोषित किया गया था। संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° संघ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ दिवस 2020 मनाने का तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ असहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ और à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ वाले वातावरण के बारे में जागरूकता पैदा करना है।