हमेशा निंदा करने वाले लोगों में हà¥à¤°à¤¦à¤¯ रोगों के पनपने का खतरा जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
कà¥à¤¯à¤¾ आप à¤à¥€ हर बात पर दूसरों की निंदा करते हैं या उन पर संदेह करते हैं à¤à¤¸à¤¾ है? तो सावधान हो जाà¤à¤‚। हमेशा निंदा करने वाले लोगों में हà¥à¤°à¤¦à¤¯ रोगों के पनपने का खतरा जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ होता है।à¤à¤• हालिया शोध में यह खà¥à¤²à¤¾à¤¸à¤¾ किया गया कि हर बात पर निंदा करने वाले लोगों में उन लोगों की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में हृदय रोगों का खतरा जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ होता है।जो तà¥à¤°à¤‚त तनावपूरà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में तà¥à¤°à¤‚त गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ हो जाते हैं।जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° लोगों में, à¤à¤• तनावपूरà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में लड़ने या à¤à¤—ने की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ होती है, लेकिन अगर वहीं घटना फिर से होती है तो शरीर की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ कम हो जाती है।हालांकि जो लोग अतà¥à¤¯à¤§à¤¿à¤• उलà¤à¤¨ में रहते हैं उनमें कà¤à¥€ à¤à¥€ उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤¨à¤¾ सà¥à¤¨à¥à¤¨ नहीं होती और वे तनाव के उचà¥à¤š सà¥à¤¤à¤° को फिर से अनà¥à¤à¤µ करते हैं। पूरà¥à¤µ के शोधों में दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया है कि मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• तनाव से शारीरिक परेशानी जैसे हृदय रोग पनपते हैं।