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45 वें दिन मटकी फोड़कर जताया विरोध


देवभूमि सिविल सोसायटी द्वारा उत्तराखण्ड हिमालय क्षेत्र में खोली जा रही शराब फैक्ट्रियों के विरोध में चल रहे धरने के 45वें बुधवार को मटकी फोड़कर विरोध किया गया।

रिपोर्ट  - 

हरिद्वार, 16 अक्टूबर। देवभूमि सिविल सोसायटी द्वारा उत्तराखण्ड हिमालय क्षेत्र में खोली जा रही शराब फैक्ट्रियों के विरोध में चल रहे धरने के 45वें बुधवार को मटकी फोड़कर विरोध किया गया। धरने को राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के राजीव जोशी, नवीन कौशिक, करण भारद्वाज, पुलकित, पंकज पंत, बैजनाथ भट्ट ने अपना समर्थन प्रदान किया। सोसायटी ने सरकार एवं जिला प्रशासन चेतावनी दी गई कि मद्य निषेध विभाग की स्थापना कर हरिद्वार शहर सहित सम्पूर्ण राज्य से यदि अवैध शराब का कारोबार दीपावली से पूर्व बंद नहीं कराया गया तो संस्था सड़कों पर उतर कर पूरे प्रदेश में आन्दोलन का बिगुल फूंक कर जन चेतना अभियान चलायेगी। डेढ़ माह से अग्रसेन चैक देवपुरा चल रहे धरने को सम्बोधित करते हुए ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. अधीर कौशिक ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने देश और समाज को दिशा देकर सन्मार्ग एवं प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है लेकिन उत्तराखण्ड सरकार देवभूमि हिमालय को कलंकित करने के लिए अंग्रेजों द्वारा चलायी गई कुरीति के माध्यम से नई पीढ़ी का भविष्य भी बर्बाद कर रही है जो अब बर्दाश्त से बाहर हो गया है। देवभूमि सिविल सोसायटी के जेपी बड़ोनी ने राज्य सरकार को राष्ट्र एवं समाज विरोधी बताते हुए कहा कि उत्तराखण्ड भारत का सर्वाधिक संसाधन सम्पन्न राज्य है लेकिन नया राज्य बनने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ने यहां खुली लूट का ताण्डव कर राज्य केा बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया है। उन्हांेने त्रिवेन्द्र सरकार को होश में आने की चेतावनी देते हुए कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी के साथ ही नेताजी सुभाषचन्द बोस और भगत सिंह जैसों का भी योगदान रहा है और जब सीधी उंगली से घी नहीं निकलता है तो उंगली टेढ़ी करना मजबूरी बन जाती है। उत्तराखण्ड सरकार गांधीवादियों के धैर्य की परीक्षा ले चुकी है अब राज्य की बेहतरी के लिए राज्य प्राप्ति जैसे आन्दोलन सड़कपर उतरकर करने पड़ेंगे उन्होंने सभी साथियों से वृहद आन्दोलन के लिए तैयार होने का आवाह्न करते हुए कहा कि अब शीघ्र ही आर-पार की लड़ाई आरम्भ कर दी जायेगी। समर्थन देने पहुंचे राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के राजीव जोशी ने कहा कि हिमालय की पवित्रता व रक्षा को लेकर सरकार को अपना फैसला जनहित में बदलना चाहिए। हिमालय में शराब कारखाने लगंेगे तो गंगा व हिमालय प्रदूषित होगा। हरद्वारी लाल व पंडित पवनकृष्ण शास्त्री ने कहा कि मटकी फोड़कर कार्यकत्र्ताओं द्वारा विरोध जताया गया है। सरकार को जनभावनाओं का सम्मान अवश्य करना चाहिए। इस अवसर पर अश्विनी सैनी, पुरूषोत्तम शर्मा, धीरज पंत, मयंक पुरोहित, राधेभईया, मानव शर्मा, प्रताप सिंह सैनी, पंकज पंत, पुलकित, करण भारद्वाज, नवीन कौशिक आदि उपस्थित रहे।

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