गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज में इको फà¥à¤°à¥‡à¤‚डली दिवाली मनाई गयी। शांतिकà¥à¤‚ज व देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर को पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• रंग à¤à¤µà¤‚ गà¥à¤²à¤¾à¤² से आरà¥à¤•à¤·à¤• ढंग से सजाया गया था, तो वहीं परà¥à¤µ का मà¥à¤–à¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® सतà¥à¤¸à¤‚ग हाल में दिवà¥à¤¯ दीपमहायजà¥à¤ž के साथ हà¥à¤†à¥¤
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° ५ नवमà¥à¤¬à¤°à¥¤ गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ शांतिकà¥à¤‚ज में इको फà¥à¤°à¥‡à¤‚डली दिवाली मनाई गयी। शांतिकà¥à¤‚ज व देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर को पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• रंग à¤à¤µà¤‚ गà¥à¤²à¤¾à¤² से आरà¥à¤•à¤·à¤• ढंग से सजाया गया था, तो वहीं परà¥à¤µ का मà¥à¤–à¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® सतà¥à¤¸à¤‚ग हाल में दिवà¥à¤¯ दीपमहायजà¥à¤ž के साथ हà¥à¤†à¥¤ जहाठगायतà¥à¤°à¥€ परिवार के पà¥à¤°à¤®à¥à¤–दà¥à¤µà¤¯ डॉ. पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¤‚ शैल दीदी ने बही खाता का पूजन किया। इस अवसर पर गायतà¥à¤°à¥€ परिवार पà¥à¤°à¤®à¥à¤– डॉ पà¥à¤°à¤£à¤µ पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि दिवाली के अवसर पर पà¥à¤°à¤œà¥à¤µà¤²à¤¿à¤¤ होने वाला दीपक हम सà¤à¥€ को पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ होने का संदेश देता है। वे अपने à¤à¥€à¤¤à¤° के तेल (सà¥à¤¨à¥‡à¤¹) की à¤à¤•-à¤à¤• बंूद जलाकर जग को पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ करते हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उसी मनà¥à¤·à¥à¤¯ का जीवन धनà¥à¤¯ है, जिसका तन, मन, धन केवल अपने लिठही नहीं, वरनॠसारे समाज को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ देने में लग जाये। डॉ. पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने कहा कि बाहर व à¤à¥€à¤¤à¤° से पवितà¥à¤° (सफाई) होने पर लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ विराजती है। संसà¥à¤¥à¤¾ की अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ शैल दीदी ने कहा कि खरà¥à¤šà¥€à¤²à¥‡à¤ªà¤¨ की आदत को मिटाने के संकलà¥à¤ª के साथ दीपोतà¥à¤¸à¤µ मनाना चाहिà¤à¥¤ इससे पूरà¥à¤µ संसà¥à¤¥à¤¾ की अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯à¤¾ शैल दीदी व शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ. पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने परà¥à¤µ पूजन किया तथा वेदमाता गायतà¥à¤°à¥€ टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¥€ à¤à¤µà¤‚ लेखा विà¤à¤¾à¤— पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ हरीशà¤à¤¾à¤ˆ ठकà¥à¤•à¤° ने बही खातों का पूजन किया। इस अवसर पर वैदिक करà¥à¤®à¤•à¤¾à¤£à¥à¤¡ डॉ. गायतà¥à¤°à¥€ किशोर तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤¦à¥€ व जितेनà¥à¤¦à¥à¤° मिशà¥à¤° ने समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ कराया। वहीं देवसंसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गौशाला में गोवरà¥à¤§à¤¨ पूजा का à¤à¤µà¥à¤¯ आयोजन हà¥à¤†à¥¤ इस अवसर पर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ डॉ. पणà¥à¤¡à¥à¤¯à¤¾ ने गाय के संवरà¥à¤§à¤¨ à¤à¤µà¤‚ गौ उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ को बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ पर बल दिया। गोवरà¥à¤§à¤¨ पूजा में शांतिकà¥à¤‚ज, देव संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ विवि, गायतà¥à¤°à¥€ तीरà¥à¤¥ में आये विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ सतà¥à¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£à¤¾à¤°à¥à¤¥à¥€ आदि शामिल रहे।