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हरिद्वार में बसंत पंचमी का पावन पर्व धूमधाम से मनाया


हरिद्वार में आज गुरूवार को बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया। इस मौके पर धर्मनगरी के लोगों ने मां सस्वती की पूजा अर्चना की वहीं बृहस्पतिवार को होने वाले बसंत पंचमी के स्नान को लेकर पुलिस ने कमर कस ली है बाहर से यात्रियों के आने का क्रम भी शुरू हो गया है।

रिपोर्ट  - à¤†à¤² न्यूज़ भारत

हरिद्वार, हरिद्वार में आज गुरूवार को बसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया। इस मौके पर धर्मनगरी के लोगों ने मां सस्वती की पूजा अर्चना की। वहीं बृहस्पतिवार को होने वाले बसंत पंचमी के स्नान को लेकर पुलिस ने कमर कस ली है। बाहर से यात्रियों के आने का क्रम भी शुरू हो गया है। हरिद्वार में बसंत पंचमी में पतंगबाजी भी होती है, जिसको लेकर बुधवार को लोगों ने खरीदारी भी की। जिसके चलते आज लोगों ने अपनी अपनी छतों पर जमकर पतंकबाजी की। बता दें कि बसंत पंचमी पर कोई भी शुभ संस्कार संपन्न करने के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है। जिसके चलते बसंत पंचमी पर खूब शहनाई गूंजी। माघ शुक्ल पंचमी तिथि पर पड़ी बसंत पंचमी पर इस बार ग्रह-नक्षत्रों का विशेष संयोग के साथ ही सर्वार्थसिद्धि और रवियोग बनेगा। इस दिन मंगल वृश्चिक में, बृहस्पति धनु में और शनि मकर राशि में रहेंगे।ज्योतिषाचार्य शक्तिधर शास्त्री ने बताया कि विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती का जन्मोत्सव बसंत पंचमी बुधवार को मनाई जाएगी। बसंत पंचमी के दिन सिद्धि व सर्वार्थसिद्धि योग जैसे दो शुभ मुहूर्त का संयोग भी बन रहा है। इस कारण पंडितों ने इसे वाग्दान, विद्यारंभ, यज्ञोपवीत आदि संस्कारों व अन्य शुभ कार्यों के लिए श्रेष्ठ माना है। बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की आराधना के साथ ही विवाह के शुभ मुहूर्त भी हैं। बताया कि इस बार बसंत पंचमी इसलिए भी श्रेष्ठ है, क्योंकि सालों बाद ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति इस दिन को और खास बना रही है। इस बार तीन ग्रह खुद की ही राशि में रहेंगे। मंगल वृश्चिक में, बृहस्पति धनु में और शनि मकर राशि में रहेंगे। विवाह और अन्य शुभ कार्यों के लिए ये स्थिति बहुत ही शुभ मानी जाती है। बसंत पंचमी अबूझ मुहूर्त वाले पर्वों की श्रेणी में शामिल है, लेकिन इस दिन गुरुवार व उतराभाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धि योग बनेगा। इसी दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा। दोनों योग रहने से बसंत पंचमी की शुभता में और अधिक वृद्धि होगी।

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